छापेमारी में पांच किलो गोवंशीय मांस बरामद

धामपुर कोतवाली धामपुर क्षेत्र के गांव मटोरामान में पुलिस ने एक घर पर छापा मारा जिसमें पांच किलो गोवंशीय मांस बरामद किया गया। पुलिस की भनक लगते ही आरोपित मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मौके से मांस के साथ छुरी तराजू और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। इस मामले में आरोपित के खिलाफ उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:01 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:01 PM (IST)
छापेमारी में पांच किलो गोवंशीय मांस बरामद
छापेमारी में पांच किलो गोवंशीय मांस बरामद

बिजनौर, टीम जागरण। धामपुर कोतवाली धामपुर क्षेत्र के गांव मटोरामान में पुलिस ने एक घर पर छापा मारा, जिसमें पांच किलो गोवंशीय मांस बरामद किया गया। पुलिस की भनक लगते ही आरोपित मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मौके से मांस के साथ छुरी, तराजू और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। इस मामले में आरोपित के खिलाफ उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।

कोतवाली पुलिस को सोमवार रात सूचना मिली कि धामपुर क्षेत्र के गांव मटोरामान में एक व्यक्ति घर से गोवंशीय मांस बेच रहा है। सूचना पर पुलिस टीम ने घर पर छापा मारा, लेकिन इस दौरान आरोपित फरार हो गया। उसकी पहचान खुर्शीद पुत्र जमील निवासी मटोरामान के रूप में की गई। टीम ने आरोपित के घर से पांच किलो गोवंशीय मांस, दो छुरी, बाट-तराजू और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। इस मामले में मंगलवार को उप निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह की तहरीर पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम-1955 के तहत फरार आरोपित खुर्शीद पुत्र जमील निवासी मटोरामान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल पीके सिंह का कहना है कि आरोपित की तलाश की जा रही है। फार्मासिस्टों ने किया काली पट्टी बांध कर काम

बिजनौर: डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के के आंदोलन के दूसरे चरण में मंगलवार को जिले भर के फार्मासिसटों ने काली पट्टी बांध कर कार्य किया। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेश कुमर रवि ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर सूबे भर के फार्मासिस्ट हड़ताल पर चल रहे है। आंदोलन के दूसरे चरण में मंगलवार को दूसरे दिन भी जिले भर के फार्मासिस्टों ने सरकार के विरोध स्वरूप काला फीता बांध कर कार्य किया।

उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट संवर्ग ने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह न करते हुए सरकार के आदेशों का पालन किया। फार्मासिस्ट दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रो में गरीब जनता को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। फार्मासिस्ट की डयूटी लिस्ट लिखा है कि डाक्टर की गैरमौजूदगी में फार्मासिस्ट इंचार्ज होता है। उन्होंने प्रभार भत्ता 75 के स्थान पर 750 रुपये करने, कुछ दवाओं को लिखने की विधिक मान्यता देने एवं सरकार को भेजे गये मांग पत्र में अंकित सभी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेने की मांग की। मांग पूरी नहीं होने पर नौ से 12 दिसम्बर तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार 17 से 19 दिसम्बर तक पूर्ण कार्य बहिष्कार एवं 20 दिसम्बर से कार्य बहिष्कार के साथ पोस्टमार्टम एवं इमरजेंसी सेवाएं भी ठप रहेगी।

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