सात समंदर पार गूंजेगी नि:शक्तों की आवाज

बिजनौरजेएनएन। प्रेमधाम..। निशक्तजनों का आशियाना। बेशक यहां रहने वाले शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर हों लेकिन इनमें कुदरती प्रतिभा भी छिपी है। उनकी इसी प्रतिभा को मंच देने जा रहा है आकाशवाणी केंद्र नजीबाबाद।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Nov 2019 10:23 PM (IST) Updated:Fri, 01 Nov 2019 10:23 PM (IST)
सात समंदर पार गूंजेगी नि:शक्तों की आवाज
सात समंदर पार गूंजेगी नि:शक्तों की आवाज

सात समंदर पार गूंजेगी नि:शक्तों की आवाज

बिजनौर,जेएनएन। प्रेमधाम..। नि:शक्तजनों का आशियाना। बेशक, यहां रहने वाले शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर हों, लेकिन इनमें कुदरती प्रतिभा भी छिपी है। उनकी इसी प्रतिभा को मंच देने जा रहा है आकाशवाणी केंद्र नजीबाबाद। इस बार बाल दिवस पर आकाशवाणी इन बच्चों की सांस्कृतिक गतिविधियों का पहली बार लाइव प्रसारण करेगा। देश के साथ-साथ विदेशों में भी स्मार्ट फोन के जरिए इस कार्यक्रम को सुना जा सकेगा।

प्रेमधाम आश्रम में लगभग 120 दिव्यांग रहते हैं। आश्रम संचालक फादर शिबू थॉमस, बेनी तकेकरा और राजीव शर्मा की निरंतर कोशिश इनके बेजान शरीर में जान फूंक रही है। यहां दीपावली पर हुए दिव्यांगों के कार्यक्रम ने हर किसी का ध्यान खींचा था। इनके हुनर ने आकाशवाणी केंद्र पर भी दस्तक दी है।

14 नवंबर को बाल दिवस पर आकाशवाणी नजीबाबाद यहां रहने वाले 14 साल तक के किशोरों का गायन, वादन, स्वतंत्र अभिव्यक्ति एवं अन्य गतिविधियों का प्रसारण करेगा। आकाशवाणी की टीम अपना प्रसारण सेटअप प्रेमधाम में लगाएगी, जहां से इसका लाइव प्रसारण होगा। बच्चों ने अभ्यास शुरू कर दिया है।

तकनीक का मिलेगा लाभ

अभी तक आकाशवाणी के कार्यक्रम सुनने के लिए श्रोता सिर्फ ट्रांजिस्टर पर आश्रित थे। अब प्रसार भारती के मोबाइल एप 'न्यूज ऑन एआइआर' के जरिए विदेशों में बैठे श्रोता भी अपने स्मार्ट फोन पर नजीबाबाद सहित देशभर के आकाशवाणी केंद्रों के कार्यक्रम सुन सकते हैं। यह एप गूगल प्लेट स्टोर या एप्पल स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। इसके जरिए 200 से अधिक आकाशवाणी केंद्र के चैनल को सुना जा सकता है। आकाशवाणी नजीबाबाद सुनने के लिए एप डाउनलोड करने के बाद आकाशवाणी नजीबाबाद के आइकॉन पर क्लिक करना होगा।

देशभर में सुने जाते हैं कार्यक्रम

200 किलोवाट क्षमता वाले आकाशवाणी केंद्र का प्रसारण क्षेत्र जनपद बिजनौर के अलावा मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़ है। इसके अलावा यहां से प्रसारित होने वाले कार्यक्रम देश के कोने-कोने में सुने जाते हैं।

--------

समाज की मुख्यधारा से दूर नि:शक्तजनों के हुनर से लोगों को वाकिफ कराने के लिए यह कार्यक्रम किया जा रहा है।

-मंदीप कौर, सहायक केंद्र निदेशक (कार्यक्रम) आकाशवाणी नजीबाबाद

chat bot
आपका साथी