आवाज उठाने को एकजुट हों किसान
किसानों के आंदोलन के चलते पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में पंचायत प्रस्तावित है। इसके मद्देनजर भाकियू नेता किसानों को एकजुट होने की अपील कर रहे हैं। गुरुवार को गांव अहरौला में आयोजित भारतीय किसान यूनियन की पंचायत में किसानों से मुजफ्फरनगर पहुंचने की अपील की गई।
जेएनएन, बिजनौर। किसानों के आंदोलन के चलते पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में पंचायत प्रस्तावित है। इसके मद्देनजर भाकियू नेता किसानों को एकजुट होने की अपील कर रहे हैं। गुरुवार को गांव अहरौला में आयोजित भारतीय किसान यूनियन की पंचायत में किसानों से मुजफ्फरनगर पहुंचने की अपील की गई।
इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा ने कहा कि आज किसानों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। न तो समय पर गन्ना भुगतान हो रहा है न ही फसलों का सही दाम मिल रहा है। किसान कई माह से कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में धरने पर डटे हुए हैं, लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। इसके चलते पांच सितंबर को मुज्जफरनगर में सरकार के खिलाफ महापंचायत होगा। वक्ताओं ने किसानों से अपील की कि वह इस पंचायत में शामिल हों। जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह ने किसानों से एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। पंचायत में नगीना ब्लाक अध्यक्ष वीर सिंह, सुनील प्रधान, मुन्नू सिंह, लक्ष्मीकांत शर्मा, यशवीर सिंह, गजेंद्र सिंह, सुनील सिंह नांगल व याकूब आदि उपस्थित रहे। कृषि कार्य से जोड़े जाएं मनरेगा मजदूर
भारतीय किसान यूनियन (भानू) की गुरुवार को बैठक धामपुर तहसील परिसर में आयोजित की गई। इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष हरिराज सिंह ने बताया कि पिछले चार वर्षों में गन्ने की पैदावार करने पर लागत बढ़ी है, लेकिन दाम नहीं बढ़ाए गए हैं। इस बार गन्ने का भाव 500 रुपये प्रति कुंतल होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूरों को कृषि कार्य से जोड़ा जाना चाहिए। इससे किसानों की मजदूर संबंधी समस्या दूर हो सकेगी तथा कृषि कार्य भी समय से हो सकेंगे। बिजली, डीजल, कृषि यंत्रों व खाद पर बढ़ रहे दामों को कम किया जाए। साथ ही किसानों को दस हजार रुपये मासिक पेंशन दी जाए। बाद में विभिन्न मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम धीरेंद्र सिंह को सौंपा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष नरेश कुमार, प्रेमराज सिंह, खूब सिंह, सतपाल सिंह, बाबूराम, महीपाल सिंह, विक्रम सिंह, देवेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।