सीमा विवाद में फंसे गंगा खादर के किसान

बीस साल से गंगा खादर क्षेत्र के हजारों किसान सीमा विवाद में फंसे हुए हैं। गेहूं की फसल की कटाई के दौरान इस क्षेत्र में किसानों में झड़प होना आम बात है। कई बार इस समस्या के समाधान को बिजनौर मेरठ मुजफ्फरनगर और हरिद्वार के अफसरों के बीच बैठक हो चुकी हैं किंतु कोई नतीजा नहीं निकला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 10:44 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 10:44 PM (IST)
सीमा विवाद में फंसे गंगा खादर के किसान
सीमा विवाद में फंसे गंगा खादर के किसान

बिजनौर, जागरण टीम। बीस साल से गंगा खादर क्षेत्र के हजारों किसान सीमा विवाद में फंसे हुए हैं। गेहूं की फसल की कटाई के दौरान इस क्षेत्र में किसानों में झड़प होना आम बात है। कई बार इस समस्या के समाधान को बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर और हरिद्वार के अफसरों के बीच बैठक हो चुकी हैं, किंतु कोई नतीजा नहीं निकला।

गंगा नदी की धारा हरिद्वार की लक्सर (उत्तराखंड), मुजफ्फरनगर की जानसठ, मेरठ की मवाना और बिजनौर जिले की सदर, चांदपुर और नजीबाबाद तहसील क्षेत्र में स्थित खादर क्षेत्र में बसे सैकड़ों गांवों की सीमा का निर्धारण करती है। ग्रामीणों की मानें तो करीब बीस साल से गंगा की धारा में तीन से चार किलोमीटर का बदलाव हुआ है। सदर तहसील के ग्राम रावली, राजारामपुर, डैबलगढ़, रघुनाथपुर, सीमला, सीमली, फतेहपुर सभाचंद, नजीबाबाद तहसील क्षेत्र के नांगलसोती खादर और चांदपुर क्षेत्र के जलीलपुर खादर क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों किसानों की कृषि भूमि गंगा के पश्चिमी छोर पर गंगा द्वारा खाली की भूमि में पहुंच गई। इन गांवों के हजारों किसान प्रतिदिन गंगा के पश्चिमी छोर पर स्थित अपने खेतों में फसल की बुवाई भी करते हैं, कितु कटान के दौरान बिजनौर जिले के किसानों की गई स्थित जानसठ, मवाना तहसील के ग्राम परगना हस्तिनापुर और हरिद्वार की लक्सर क्षेत्र के गांवों के किसानों से अक्सर झड़प भी होती है। सूत्रों का कहना है कि प्रारंभिक दौर में बिजनौर जनपद की तीनों तहसीलों समेत संबंधित तहसीलों के राजस्व अधिकारियों की संयुक्त बैठकें भी हो चुकी हैं, कितु अभी तक इस समस्या का कोई स्थाई हल नहीं निकल पाया। यहीं वजह है कि एक सप्ताह पहले नांगलसोती खादर क्षेत्र के ग्रामीणों का फसल बुवाई के मुद्दे को लेकर लक्सर खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की बीच हुई झड़प में कई किसान घायल हो गए थे। इस मुद्दे को लेकर एसडीएम नजीबाबाद और लक्सर अपनी-अपनी टीमों के साथ खादर में डेरा डाले हुए है, कितु अभी तक कोई हल नहीं निकला है। -इनका कहना है

सीमा निर्धारण का मामला शासन स्तर पर लंबित है। फिर भी संबंधित जिलों की सीमा पर बसे किसानों से वार्ता कर इस समस्या के समाधान कराने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

-उमेश मिश्रा, डीएम।

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