दो दिन तौल बंद होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

नहटौर में राजकीय धान खरीद केंद्र पर उठान नहीं होने के चलते पिछले दो दिन तौल बंद होने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि सोमवार को तौल शुरू होने पर किसानों ने राहत की सांस ली। इस केंद्र पर अभी तक छह हजार कुंतल धान की खरीद हुई है जबकि लक्ष्य 25 हजार कुंटल का है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 11:21 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 11:21 PM (IST)
दो दिन तौल बंद होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ीं
दो दिन तौल बंद होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

बिजनौर, टीम जागरण। नहटौर में राजकीय धान खरीद केंद्र पर उठान नहीं होने के चलते पिछले दो दिन तौल बंद होने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि सोमवार को तौल शुरू होने पर किसानों ने राहत की सांस ली। इस केंद्र पर अभी तक छह हजार कुंतल धान की खरीद हुई है, जबकि लक्ष्य 25 हजार कुंटल का है।

क्षेत्र में धान खरीदारी के लिए नहटौर-झालू मार्ग पर एक सरकारी भवन में क्रय केंद्र खोला गया है। केंद्र को धान खरीदारी के लिए 25 हजार कुंतल का लक्ष्य 31 जनवरी 2022 तक का दिया गया है, लेकिन सुचारू रूप से खरीद नहीं चल पा रही है। वहीं पिछले दिनों वर्षा होने से कटाई समय पर न होने के कारण धान की खरीदारी काफी देर से शुरू हुई थी। बताया जाता है कि यहां पर स्थित गोदाम धान से भर गया है तथा उठान नहीं हुआ। इसके चलते पिछले दो दिनों तक तौल बंद करनी पड़ी। अभी तक दो माह में करीब छह हजार कुंतल धान की खरीदारी हो पाई है, जबकि लक्ष्य 25 हजार कुंतल खरीद का है। सोमवार को केंद्र पर धान खरीद शुरू होने पर किसानों ने राहत की सांस ली। केंद्र प्रभारी यतेंद्र सिंह ने बताया कि स्टाक अधिक होने तथा समय से न उठने के कारण समस्या उत्पन्न हुई थी। अभी तक छह हजार कुंतल की खरीदारी हो चुकी है। 31 जनवरी तक निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा।

अब तक हुई 20 फीसदी से कम धान की खरीद

जनपद में संचालित 27 क्रय केंद्रों पर अब 20 फीसदी से कम धान की खरीद की गई है। उठान की व्यवस्था में ठीक नहीं होने की वजह से नगीना और नजीबाबाद क्षेत्र के कई क्रय केंद्रों पर खरीदा गया धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है।

जनपद में 21 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद शुरू की गई थी। अब तक धान की खरीद के लिए जिले में 7,181 किसानों ने पंजीकरण कराया था। सरकारी स्तर पर सामान्य धान का मूल्य 1940 रुपये प्रति कुंतल और अव्वल श्रेणी के धान की दर 1960 रुपये प्रति कुंतल की दर निर्धारित की गई है। धान की खरीद के लिए क्रय केंद्रों की कमी का मुद्दा किसान संगठनों ने जिला एवं शासन स्तर पर उठाया। वहीं पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह के यह मामला शासन स्तर पर उठाया। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद अब जिले में 27 क्रय केंद्रों पर धान की खरीद चल रही है। शासन ने जिले में धान खरीद का लक्ष्य 52,300 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया था, अब तक सिर्फ पंजीकृत 1,824 किसानों से 9,523 मीट्रिक टन धान की खरीद हो पाई है। उधर, पिछले दिनों हुई राइस मिलर्स की हड़ताल की वजह से नजीबाबाद और नगीना क्षेत्र के कई क्रय केंद्रों पर खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है। हालांकि प्रशासन ने इस धान के बोरों को तिरपाल से ढकवा रखा है। डिप्टी आरएमओ अमित कुमार ने अब तक 9,523 मीट्रिक टन धान खरीद की पुष्टि बताते हुए कहा कि अब 10 करोड़ 48 लाख 83 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया है।

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