धान की गीली फसल सुखाने में जुटे किसान

पिछले दिनों तेज बारिश और रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के कई गांवों में किसानों की सैकड़ों बीघा धान की फसल खराब हो गई है। अब किसान किसी तरह अपनी फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकांश गांवों में किसान गीली धान की फसल को काटकर धूप में सुखाने में जुटे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:17 PM (IST)
धान की गीली फसल सुखाने में जुटे किसान
धान की गीली फसल सुखाने में जुटे किसान

जेएनएन, बिजनौर। पिछले दिनों तेज बारिश और रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के कई गांवों में किसानों की सैकड़ों बीघा धान की फसल खराब हो गई है। अब किसान किसी तरह अपनी फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकांश गांवों में किसान गीली धान की फसल को काटकर धूप में सुखाने में जुटे हैं।

अफजलगढ़ क्षेत्र के गांव भूतपुरी, मनोहरवाली, रफेतपुर हुलास, आलमपुर गांवड़ी, माननगर और चतरपुर सहित कई गांवों में किसानों की फसल बारिश और नदी का पानी खेतों में आने से बर्बाद हो गई है। धान के अलावा किसानों को उड़द, गन्ना और अन्य फसलों का भी नुकसान हुआ है। भूतपुरी निवासी धर्मेंद्र कुमार, विजय, दिलावर सिंह मनोहरवाली निवासी रियाजुद्दीन, चांद खान, ताहिर आदि किसानों का कहना है कि यह समय धान की फसल तैयार होने का समय है। लेकिन इस बार अचानक आई बारिश ने सारी फसल बर्बादी कर दी, जिससे उनका लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है। खेत में अभी भी पानी भरा हुआ है, अब वे किसी तरह गीली फसल को काट कर घरों में ला रहे हैं और धूप में सुखाकर फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस बार उनकी फसल से लागत मिलना भी मुश्किल है। उन्होंने प्रशासन से उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। उत्तम शुगर मिल में 29 से शुरू होगा पेराई सत्र

उत्तम शुगर मिल बरकातपुर का पेराई सत्र 29 अक्टूबर से प्रारंभ होगा। मिल के यूनिट हेड व ग्रुप उपाध्यक्ष नरपत सिंह राठौर ने बताया कि 29 अक्टूबर को सुबह आठ बजे पूजन और करीब 10 बजे चेन में गन्ना डालकर पेराई सत्र शुरू होगा। इस बार मिल के 83 सेंटर बनाए गए हैं। 51 के इंडेंट जारी कर दिए गए हैं।

गन्ना महाप्रबंधक विकास पुंडीर ने बताया कि 27 अक्टूबर के लिए 51 सेंटरों के लिए 5100 कुंतल का इंडेंट, 28 अक्टूबर के लिए 16000 कुंतल का इंडेंट, 29 अक्टूबर के लिए मिल गेट का 51000 कुंतल का इंडेंट जारी किया गया है। मशीनरी की मरम्मत, गन्ना चेन की मरम्मत आदि काम पूरा हो चुका है। यूनिट हेड नरपत सिंह ने मिल से जुड़े किसानों से साफ-सुथरा, अगोला, जड़ रहित गन्ना मिल में आपूर्ति करने की अपील की।

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