न्याय की खातिर कलक्ट्रेट में धरने पर बैठा परिवार
पुलिस पर जमीनी विवाद में माफिया से हमसाज होने का आरोप लगाते हुए सोमवार को एक पीड़ित परिवार कलक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि कोतवाल और अन्य अफसरों तक से न्याय की गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बिजनौर, टीम जागरण। पुलिस पर जमीनी विवाद में माफिया से हमसाज होने का आरोप लगाते हुए सोमवार को एक पीड़ित परिवार कलक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि कोतवाल और अन्य अफसरों तक से न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित ने चेतावनी दी कि पांच दिन के भीतर उन्हें यदि न्याय नहीं मिला, तो वह भूख हड़ताल शुरू कर देगा।
गांव बांकपुर निवासी गौरव कुमार का कहना था कि उसने ग्राम रसूलपुर पिरथी उर्फ आदमपुर में जमीन का बैनामा कराया था। कम स्टाम्प के मामले में एडीएम ने सुनवाई के बाद कम स्टाम्प एवं अर्थदंड आरोपित किया था। उसका आरोप है कि एक माफिया उसकी उक्त भूमि पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। उसका यह भी आरोप है कि जब वह अपनी भूमि पर जाता है, तो माफिया से हमसाज पुलिस उल्टे उनसे अभद्रता करती है। पीड़ित का कहना है कि वह कई बार कोतवाल से लेकर आला अफसरों तक इस प्रकरण में न्याय की गुहार लगा चुका है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित ने चेतावनी दी कि पांच दिन के भीतर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भूख हड़ताल शुरू कर देगा। धरने पर दीपिका, मंदीप, अमरजीत, अज्जू, विकास, प्रिस, योगराज, सुनीता, मोनी, संदीप, अनिल, अंकित, रितिक, अजय त्यागी समेत कई अन्य ग्रामीण बैठे।
मांगों को लेकर संविदा कर्मचारी हड़ताल पर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर संविदा कर्मी सात सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए। संविदा कर्मियों ने मांगों को लेकर सीएससी परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे अस्पताल में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है।
उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष के निर्देश पर सोमवार को संविदा कर्मी अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर अपना कार्य बहिष्कार कर धरने पर चले गए। संविदा कर्मी विनियमितकरण व समायोजन, वेतन पॉलिसी एवं वेतन विसंगति, सातवां वेतन आयोग का लाभ व जॉब सिक्योरिटी, रिक्त पदों पर गैर जनपद स्थानांतरण, आउटसोर्स नीति, बीमा पालिसी, आशा बहुओं का नियत मानदेय आदि मांगों को पूरा कराने की मांग को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हल्दौर पर धरना प्रदर्शन किया। संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था, टीकाकरण आदि कार्य प्रभावित हुए। स्टाफ के अभाव में मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस अवसर पर संदीप गिरी, हर्षित कुमार, शुभम कुमार, हिमांशु चौधरी, रमा निरुपमा, गौरव कुमार, मुकुल गुप्ता, भीम सिंह, खिलेंद्र सिंह, राजेश वर्मा, रामेंद्र आदि संविदाकर्मी मौजूद रहे।