मरने के बाद भी दुनिया देखेंगी राजरानी की आंखें
अपने जीवन काल में नेत्रदान की घोषणा करने वाली
बिजनौर, जेएनएन। अपने जीवन काल में नेत्रदान की घोषणा करने वाली 88 वर्षीय राजरानी का बीमारी के चलते निधन हो गया। उनके निधन के बाद चिकित्सकों की टीम उनके नेत्र लेने को पहुंची।
चांदपुर के मोहल्ला साहुवान निवासी 88 वर्षीय राजरानी पत्नी स्व. हरीश चंद का शनिवार रात बीमारी के चलते निधन हो गया। उनके पुत्र कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने काफी समय पूर्व अपने नेत्रों को दान करने का फैसला लिया था, जिसके बाद नेत्रदान की सभी प्रक्रिया पूरी की गईं। उनके निधन की सूचना पर मुरादाबाद की सीएल आई गुप्ता आई इंस्टीट्यूट से चिकित्सकों की टीम उनके आवास पर पहुंची और उनके नेत्र लिए गए। नेत्रदान होने के बाद स्वजन खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। दोपहर में राजरानी का अंतिम संस्कार इंजीनियरिग कालेज के सामने स्थित श्मशान घाट में किया गया। इस दौरान शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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पिडदान स्थल पर गंदगी का विरोध
धामपुर : नहटौर बाईपास पर ओवरब्रिज के पास स्थित पिडदान स्थल के आसपास गंदगी के ढेर पर लोगों ने नाराजगी जताई है। पास ही स्थित क्षत्रिय नगर निवासियों ने अखिल भारतीय क्षत्रिय महासंघ के नेतृत्व में पिडदान स्थल पर प्रदर्शन किया। उन्होंने पालिका द्वारा यहां कूड़ा डालने का विरोध करते हुए जल्द सफाई कराने की मांग की।
क्षत्रिय नगर के पास नहटौर बाईपास पर एक पिडदान स्थल है। इसी के पास डंपिग ग्राउंड भी बन रहा है, जहां पालिका द्वारा कूड़ा डाला जाता है। सोमवार को क्षत्रिय महासंघ के पदाधिकारी व कालोनीवासी पिडदान स्थल पर पहुंचे। उन्होंने आसपास फैली गंदगी को देखकर रोष व्यक्त किया। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए पिडदान स्थल के पास गंदगी डालने पर कड़ी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि पालिका कर्मी जल्दबाजी में पिडदान स्थल के पास ही कूड़ा डाल जाते हैं। इससे ना केवल लोगों की भावनाएं आहत होती हैं, बल्कि बरसात में कूड़े के कारण उठने वाली बदबू से कालोनीवासी भी परेशान हैं। उन्होंने जल्द सफाई न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। प्रदर्शन करने वालों में आशीष राजपूत, संतोष राजपूत, नागेश्वर दयाल, अनिल, डीएस चौहान, भूपेंद्र सिंह, प्रीतम सिंह, श्याम सिंह, जितेंद्र सिसोदिया आदि शामिल रहे।