साइबर ठगी का शिकार होने से बचे प्रतिष्ठित डाक्टर
शहर के प्रतिष्ठित डाक्ट साइबर ठगी का शिकार होने से बच गए। मैनेजर बनकर ठगों ने बीमे के नाम पर झांसा देकर डॉक्टर से साढ़े तीन लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया। भनक लगने पर डॉक्टर ने एसपी से शिकायत की।
जेएनएन, बिजनौर। शहर के प्रतिष्ठित डाक्ट साइबर ठगी का शिकार होने से बच गए। मैनेजर बनकर ठगों ने बीमे के नाम पर झांसा देकर डॉक्टर से साढ़े तीन लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया। भनक लगने पर डॉक्टर ने एसपी से शिकायत की। साइबर सेल ने सारी रकम डॉक्टर के अकाउंट में वापस पहुंचा दी। डाक्टर ने एसपी को सम्मानित किया है।
डा. नीरज चौधरी प्रतिष्ठित फिजिशियन है। अगस्त माह में उनके पास एक काल आई। फोन करने वाले ने अपने आप को एक बैंक का मैनेजर बताते हुए लाइफ इंश्योसेंस कराने का झांसा दिया। जिस पर चिकित्सक ने 20 अगस्त से 24 अगस्त के बीच तीन ट्रांजेक्शन के माध्यम से साढ़े तीन लाख रूपये ठगों के खातों में भेज दिया। जब चिकित्सक को अपने ठगने का अहसान हुआ। एसपी से इसकी शिकायत की गई। पुलिस ने पांच सितंबर को शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। जिसकी जांच साइबर एसआई पंकज तोमर, कांस्टेबल नवनीत झा, विवेक तोमर, जितेंद्र कुमार को सौंपी गई। साइबर सेल टीम ने ठगों का खाता सीज करते हुए साढ़े तीन लाख रुपये डाक्टर के खाते में वापस भेज दिए। साइबर अपराधियों की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि साइबर ठग अमरोहा जिले के रहने वाले हैं। चिकित्सक ने रुपये वापस आने पर एसपी डा. धर्मवीर सिंह और साइबर टीम को सम्मानित किया है। एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि रकम वापस करा दी गई है। ठगों की तलाश की जा रही है। जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।