आउटसोर्स कर्मचारियों में भेद कर रहा विद्युत निगम

बिजनौर जेएनएन। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ ने संविदा कर्मचारियो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 06:36 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 06:36 PM (IST)
आउटसोर्स कर्मचारियों में भेद कर रहा विद्युत निगम
आउटसोर्स कर्मचारियों में भेद कर रहा विद्युत निगम

बिजनौर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ ने संविदा कर्मचारियों की निरंतर अनदेखी किए जाने पर रोष जताया। संविदा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पूर्व सांसद बिजनौर और भाजपा की प्रांतीय पार्षद को सौंपा। ज्ञापन में पारिश्रमिक वृद्धि और समस्याओं के त्वरित निस्तारण करने की मांग की।

रविवार को संघ के जिलाध्यक्ष सतीश कुमार एवं पश्चिमांचल अध्यक्ष रणवीर सिंह के नेतृत्व संविदा कर्मचारी साहनपुर बिजलीघर पर एकत्र हुए। संविदा कर्मियों ने कहा कि विद्युत निगम आउटसोर्स कर्मचारियों में दोहरी नीति अपना रहा है। सैनिक कल्याण निगम से तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों से 24 हजार रुपये का अनुबंध किया जाता है, जबकि समान कार्य समान पद पर तैनात आउटसोर्स कर्मचारी का 11 हजार रुपये में अनुबंध होता है। इसमें भी कर्मचारी के हाथ में आठ से नौ हजार रुपये ही आते हैं। विद्युत निगम पर संविदाकर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया गया।

प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित छह सूत्रीय ज्ञापन पूर्व सांसद बिजनौर कुंवर भारतेंद्र सिंह एवं भाजपा की प्रांतीय पार्षद लीना सिघल को सौंपा। ज्ञापन में आउटसोर्स पर रखे गए कर्मचारियों की न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपये निर्धारित करने, आउटसोर्स कर्मचारियों के ईपीएफ एवं ईएसआइ में हुए घोटाले की जांच कराने, दुर्घटना हित लाभ के अंतर्गत आउटसोर्स कर्मचारी के स्वजन को 10 लाख रुपये की अनुग्रह धनराशि देने, परिवार के एक सदस्य को निगम की सेवा में लेने, दुर्घटना में घायल होने की स्थिति मे परिवार के भरण पोषण के लिए उपचार की अवधि का वेतन देने की मांग की गई। इस मौके पर कई अन्य संविदाकर्मी भी मौजूद रहे।

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