नहीं लगा दशहरा मेला, घरों में हुआ पूजन
चांदपुर में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व नगर व क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया। पर्व के अवसर पर सुबह के समय पूजा-अर्चना हुई। उसके बाद लोगों ने परंपरा में शामिल रायता चावल भोज का आनंद लिया। वहीं कोरोना के चलते इस बार दशहरा मेला व रावण का पुतला दहन ने होने से रौनक गायब रही। ऐसे में इस बार लोग दशहरा का आनंद नहीं ले सके।
बिजनौर,जेएनएन। चांदपुर में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व नगर व क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया। पर्व के अवसर पर सुबह के समय पूजा-अर्चना हुई। उसके बाद लोगों ने परंपरा में शामिल रायता चावल भोज का आनंद लिया। वहीं, कोरोना के चलते इस बार दशहरा मेला व रावण का पुतला दहन ने होने से रौनक गायब रही। ऐसे में इस बार लोग दशहरा का आनंद नहीं ले सके।
रविवार को दशहरा पर्व पर घरों में विशेष पूजन किया गया। जहां लोगों ने शस्त्र पूजन किया, वहीं हवन व यज्ञ भी आयोजित किए गए। साथ ही बहनों ने भी भाइयों का तिलककर उनकी लंबी उम्र की कामना की। घरों में दशहरा का विशेष भोज रायता चावल भी तैयार किया गया। लोगों ने बड़े चाब से उक्त भोजकर आनंद लिया। उधर, रतनगढ़ क्षेत्र में विजयदशमी पर महिला और पुरुषों ने घरों में विशेष सफाई और स्नान करने के बाद विधिवत दशहरा का पूजा किया। क्षत्रिय समाज समेत सभी वर्गों के लोगों ने इस पावन अवसर पर अपने शस्त्रों और व्यापारियों ने अपने बही खातों की पूजा अर्चना कर अमनचैन, भाईचारे की मजबूती और देश की खुशहाली की कामना की। वहीं, राजा का ताजपुर में भी दशहरा का मेला नहीं लगा। ऐसे में वहां से रौनक गायब रही। हालांकि, लोगों ने इस बार कोरोना के चलते पूजा अर्चना में अधिक समय बिताया।
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