बारिश से गंगा में उफान, बैराज के गेट फ्री किए

पहाड़ी और मैदानी इलाकों में पिछले दो दिन से हो रही झमाझम बारिश और भीमगोड़ा बांध से मंगलवार रात 3.67 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह गंगा में उफान आ गया है। पानी बढ़ने से खादर क्षेत्र में अफरातफरी मच गई है। खतरे को देखते हुए सिचाई विभाग ने देर शाम बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए हैं ताकि इस पानी की डाउन स्टीम में निकासी की जा सके।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:49 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 10:49 PM (IST)
बारिश से गंगा में उफान, बैराज के गेट फ्री किए
बारिश से गंगा में उफान, बैराज के गेट फ्री किए

जेएनएन, बिजनौर। पहाड़ी और मैदानी इलाकों में पिछले दो दिन से हो रही झमाझम बारिश और भीमगोड़ा बांध से मंगलवार रात 3.67 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह गंगा में उफान आ गया है। पानी बढ़ने से खादर क्षेत्र में अफरातफरी मच गई है। खतरे को देखते हुए सिचाई विभाग ने देर शाम बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए हैं, ताकि इस पानी की डाउन स्टीम में निकासी की जा सके।

पहाड़ों में पिछले दो दिन से तेज बारिश और मंगलवार सुबह आठ बजे 56 हजार और रात्रि आठ बजे अचानक 3.67 लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है। गंगा में उफान आने की वजह से मंडावर खादर क्षेत्र के ग्राम डैबलगढ़, फतेहपुर सभाचंद, सीमला, सीमली, राजारामपुर, लाडपुर, लतीफपुर समेत कई अन्य गांव के जंगल में कटान शुरू हो गया है। मंडावर खादर क्षेत्र में कटान रोकने के लिए अस्थाई रूप से लगाई गई बल्लियों के निकट गंगा की धार बह रही है। ग्रामीणों की मानें तो बारिश की वजह से लोग गंगा के दूसरे छोर पर स्थित अपने खेतों पर नहीं जा पाए। इस वजह से लोगों के डेरों पर फंसने के आसार कम है। उधर, सिचाई विभाग ने मंगलवार देर शाम बिजनौर बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए हैं, ताकि भीमगोडा बांध से छोड़ा गया पानी सीधे डाउन स्टीम में चला जाए। प्रशासन ने सभी बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट कर दिया है। साथ ही खादर के लोगों को गंगा किनारे नहीं जाने की चेतावनी जारी की है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों

को पर गंगा क्षेत्र में गश्त करने के निर्देश दिए हैं।

- आबादी की और बढ़ी गंगा, दहशत में ग्रामीण

नांगलसोती : दो दिन पहले मैदानी और पहाड़ी क्षेत्र में हुई तेज बारिश की वजह गंगा में आए उफान से क्षेत्र में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए। मंगलवार को ग्राम गौसपुर में कटान रोकने के लिए अस्थाई रूप से लगाई गई बल्लियों के निकट गंगा की धार बह रही है। खेतों में स्थित मिट्टी के चट्टानें गंगा में समां गई। कटान शुरू होने से ग्रामीणों में एक बार फिर दहशत का माहौल है। मंगलवार को कटान के भय में गांव के लोग अपने खेतों पर नहीं गए। ग्रामीण भूपेंद्र सिंह, अवनीश शर्मा, राजेंद्र सिंह, गौरव कुमार, अरविद शर्मा आदि का कहना है कि गांव के लोग सबकुछ छोड़कर पूरे दिन कटान को देखने में लगे हुए है। किसान किसी अनहोनी के डर में गंगा के किनारे ही जमे रहे है। इनका कहना है:- पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी को खादर क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। धार्मिक स्थलों से किसानों से गंगा किनारे स्थित खेतों में ना जाने की अपील की जा रही है। बाढ़ चौकियां सतर्क कर दी गई हैं। बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए गए हैं, ताकि भीमगोड़ा बांध से छोड़ा गया पानी डाउन स्टीम में पास हो सके।

-उमेश मिश्रा, डीएम। ------------------------

chat bot
आपका साथी