गाजीपुर बार्डर पर पहुंच गए क्षेत्र के दर्जनों किसान

जेएनएन बिजनौर। पुलिस की नाकेबंदी को भेदकर गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसान रैली में शामिल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 10:39 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 10:39 PM (IST)
गाजीपुर बार्डर पर पहुंच गए क्षेत्र के दर्जनों किसान
गाजीपुर बार्डर पर पहुंच गए क्षेत्र के दर्जनों किसान

जेएनएन, बिजनौर। पुलिस की नाकेबंदी को भेदकर गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसान रैली में शामिल होने के लिए नगीना तहसील के अनेक ग्रामीणों के किसान तीस ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ गाजीपुर बार्डर पर पहुंच गए।

भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष चौधरी वीर सिंह डवास के नेतृत्व में अनेक ग्रामों के किसान शनिवार को गाजीपुर बार्डर पर पहुंच गए। वीर सिंह डवास ने गा•ाीपुर बार्डर से फोन पर बताया कि रास्ते भर पुलिस की नाकेबंदी थी। तीस ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ कई दर्•ान किसान रास्ते बदलकर गा•ाीपुर बार्डर पर पहुंचने में कामयाब रहे। इस दल में किसान धर्मवीर सिंह, नीरज कुमार, योगेंद्र सिंह, विनोद कुमार, प्रभात कुमार, अजय पाल, राजा, धर्मपाल सिंह, मोनू सिंह, बलजीत सिंह, रिकू ,सोनू सिंह सहित कई किसान शामिल रहे।

नरेगा मजदूरों का सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन

जेएनएन, बिजनौर। पिछले छह माह से नरेगा मजदूरों का विभाग द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं मिला है। मजदूरी ने मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। इसके विरोध में मजदूरों ने पंचायत सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजते हुए इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

क्षेत्र के गांव सलावा में नरेगा के तहत मजदूरों से काम कराया गया था। आरोप है कि पिछले माह से उनकी मजदूरी का एक भी पैसा पंचायत सचिव द्वारा नहीं दिया गया है। इससे उनके घरों में रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। मजदूरों ने कई बार विभागीय अफसरों से इस बाबत अवगत कराया, लेकिन उनकी किसी ने एक नहीं सुनी। इसके चलते रविवार को सभी मजदूर गांव में एकत्र हुए तथा उन्होंने पंचायत सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी शिकायती पत्र भेजते हुए इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में प्रधान भगीरथ सिंह, मुनेश कुमार, राहेश सिंह, बल्लू सिंह, नीरज, चेतराम सिंह, रामपाल आदिश शामिल रहे। वहीं पंचायत सेकेट्री का कहना है कि यह काम उनके अंडर में नहीं आता है। यह काम टीए व रोजगार सेवक का है। उन पर लगाए आरोप निराधार हैं।

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