अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के प्रति करें जागरूक
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीरे-धीरे शांत होने लगी है। लोग फिर से लापरवाही बरतने लगे हैं। मास्क व शारीरिक दूरी पर अमल करने को लेकर लोग गंभीर नहीं है।
बिजनौर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीरे-धीरे शांत होने लगी है। लोग फिर से लापरवाही बरतने लगे हैं। मास्क व शारीरिक दूरी पर अमल करने को लेकर लोग गंभीर नहीं है। वैज्ञानिक कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की चेतावनी दे चुके हैं। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचने के लिए कोविड-19 लाइन का पालन करने के साथ लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। यह बात चिकित्सक डा. सुहेल सिद्दीकी ने कही।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर के बाद लोग दूसरी लहर आने पर विश्वास नहीं कर रहे थे। दूसरी लहर आई और जनहानि के साथ देश को आर्थिक नुकसान उठाना। हालांकि संक्रमण की दूसरी लहर अब धीरे-धीरे शांत होने लगी है। क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत कम आ रहे हैं। जनता कर्फ्यू हटाए जाने के बाद लोग मानने लगे हैं कि कोरोना संक्रमण समाप्त हो गया, लेकिन लोग बड़ी भूल में हैं, कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। केवल कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शांत होते दिखाई दे रही है। वैज्ञानिक संक्रमण की तीसरी लहर की चेतावनी दे चुके हैं। तीसरी लहर से बचने के लिए लोगों को कोविड-19 की गाइडलाइन पर पहले की तरह अमल करने, भोजन में लापरवाही नहीं बरतने, और स्वयं का वैक्सीनेशन होने के बाद लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। वैक्सीनेशन अधिक से अधिक होगा तो तीसरी लहर के प्रति सुरक्षा कवच भी मजबूत होगा।
- - - दुख निवारण को गुरुद्वारे में की अरदास रतनगढ़: ग्राम हसुपुरा में गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब कमेटी के तत्वावधान व सर्व संगत के सहयोग से एक माह से चल रहे अमृतवेला दीवान में बुधवार सुबह अरदास की गई। मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी भगत सिंह और कुलदीप सिंह व गुरमेल सिंह ने अपनी मधुर वाणी से संगत को निहाल किया। कोरोना महामारी को मात देने व सरबत दे भले के लिये लगभग एक माह से संगत के बीच गुरुवाणी आयोजित की जा रही थी। बुधवार को विशेष तौर पर दरबार साहिब में दीवान सजाए गए व सरबत दे भले के लिये अरदास की गई। उसके बाद अटूट लंगर बरताया गया। कार्यक्रम में गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब प्रबंधक कमेटी व सेवादार अमरीक सिंह सन्नी, सुरजीत सिंह लोहिया, प्रेम सिंह, हरपाल सिंह, अनमोल सिंह, राहुल सिंह, राज सिंह, अमरजीत सिंह राहुल, गगनदीप सिंह, विशाल सिंह, नीरज सिंह,राजन सिंह आदि का सहयोग रहा।