पत्थरगढ़ के किले तक पहुंचना हुआ मुश्किल
नजीबाबाद में ऐतिहासिक पत्थरगढ़ के किले तक पहुंचने वाले रास्ते पर वर्षा जलभराव होने से लोग किला देखने नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं पानी के जमावड़े से आसपास रह रहे लोग भी परेशान हैं। नागरिकों ने विधायक से किले से जुड़ा रास्ता बनवाने की मांग की है।
जेएनएन, बिजनौर। नजीबाबाद में ऐतिहासिक पत्थरगढ़ के किले तक पहुंचने वाले रास्ते पर वर्षा जलभराव होने से लोग किला देखने नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं पानी के जमावड़े से आसपास रह रहे लोग भी परेशान हैं। नागरिकों ने विधायक से किले से जुड़ा रास्ता बनवाने की मांग की है।
मेरठ-पौड़ी हाईवे से करीब एक किलोमीटर दूर गांव घिसटपुरी और महावतपुर के बीच ऐतिहासिक पत्थरगढ़ का किला स्थित है। ब्रिटिश शासन में इस किले में सुल्ताना डाकू के पनाह लेने से किले को सुल्ताना डाकू के किले के रूप में भी पहचाना जाता है। इस समय किला पुरातत्व विभाग की धरोहर है। नजीबाबाद से गुजरने वाले दूरदराज क्षेत्र के लोग किले की जानकारी होने पर इस किले को देखने के लिए यहां पहुंचते हैं। लेकिन पिछले दिनों हुई बारिश से किले तक पहुंचने वाले मुख्य मार्ग पर वर्षा जलभराव हो गया था। कई दिनों से मार्ग पर काफी पानी रुका होने से लोग किले तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता अमजद सिद्दीकी, मोहम्मद अरशद, आकिब सिद्दीकी, फरमान कस्सार, इजहार कस्सार, मोहम्मद नाहिद, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद नदीम, गुलजार, आरिफ आदि नागरिकों ने विधायक, जिला पंचायत सदस्य एवं ब्लाक प्रमुख से ऐतिहासिक धरोहर से जुड़े रास्ते का निर्माण कराने की मांग की है।
तहसीलदार ने भूमि को कब्जामुक्त कराया
अफजलगढ़ क्षेत्र के गांव मेघपुर में कई साल से गांव के ही कुछ लोगों ने तालाब की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विभागीय अफसरों से की थी। इस पर गुरुवार को तहसीलदार रमेशचंद्र चौहान के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम गांव में पहुंची। उन्होंने जेसीबी से तालाब की भूमि को कब्जामुक्त कराया। तहसीलदार ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अगर तालाब की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर तालाब की भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाएगा। इस अवसर पर तहसीलदार रमेशचंद्र चौहान के अलावा लेखपाल बेनीराम सिंह, रिजवान अहमद, सचिव नवीन कुमार, सचिन कुमार, पंकज कुमार, नफीस अहमद आदि शामिल रहे।