प्लास्टिक और जैविक कचरे के लिए खोदे जा रहे अलग-अलग गड्ढे
कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए गांवों में सफाई का विशेष अभियान चल रहा है। अभियान में गांवों की नालियों एवं सड़कों पर फैले कचरे की सफाई की गई। साथ ही आबादी के बाहर प्लास्टिक एवं जैविक कचरे के लिए अलग अलग गड्ढे खोदे जा रहे हैं। इससे सफाई कर्मी गांवों की प्लास्टिक कचरे को उसके गड्ढ़े में तथा जैविक कचरे को उसके ही गड्ढे में डाल सकें। गांवों में गंदगी न होने से संक्रमण रोग फैलने पर रोक लगेगी।
बिजनौर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए गांवों में सफाई का विशेष अभियान चल रहा है। अभियान में गांवों की नालियों एवं सड़कों पर फैले कचरे की सफाई की गई। साथ ही आबादी के बाहर प्लास्टिक एवं जैविक कचरे के लिए अलग अलग गड्ढे खोदे जा रहे हैं। इससे सफाई कर्मी गांवों की प्लास्टिक कचरे को उसके गड्ढ़े में तथा जैविक कचरे को उसके ही गड्ढे में डाल सकें। गांवों में गंदगी न होने से संक्रमण रोग फैलने पर रोक लगेगी।
मेरा गांव, स्वच्छ गांवों के तहत मंगलवार को जिला पंचायत राज अधिकारी सतीश कुमार के निर्देश पर ग्राम पंचायत दारानगर समेत अनेक गांवों में सफाई अभियान चला। अभियान के दौरान गांवों में गंदगी हटाने को जेसीबी मशीन लगाई गई। साथ ही ट्रैक्टर-ट्रालियों के माध्यम से सड़क, नालों की गंदगी गांवों में से हटवाई गई। इसके अलावा दारानगर समेत कई गांवों के बाहर जेबीसी व मजदूरों के माध्यम से गहरे गहरे गड्ढ़े खुदवाए गए। इनमें एक प्लास्टिक औऱ दूसरा जैविक कचरे के लिए गड्ढे की खुदाई का कार्य किया गया, ताकि गांवों में सफाई में निकलने वाले कचरे को उनके गड्ढे में डाला जाएं। यह कार्य एडीओ पंचायत एवं ग्राम पंचायत सचिवों की निगरानी में चला है। उधर, पंचायत राज अधिकारी सतीश कुमार का कहना है अभियान के तहत गांवों में सफाई कराई जा रही है। गांव में प्लास्टिक कचरे व जैविक कचरे के अलग अलग गड्ढे खोदे जा रहे हैं। जैविक कचरे से खाद तैयारी हो जाएगा। इससे गांवों में स्वच्छता अभियान को बढ़ावा मिलेगा।