पितृ विसर्जन अमावस्या का अवकाश घोषित किया जाए

उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ एवं कर्मचारी शिक्षक अधिकारी एवं पेंशनर अधिकार मंच की संयुक्त बैठक सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित की गई। बैठक के उपरांत शिक्षकों ने अपनी मांगों से संबंधित 17 सूत्रीय ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:31 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:31 PM (IST)
पितृ विसर्जन अमावस्या का अवकाश घोषित किया जाए
पितृ विसर्जन अमावस्या का अवकाश घोषित किया जाए

बिजनौर, जेएनएन। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ एवं कर्मचारी शिक्षक अधिकारी एवं पेंशनर अधिकार मंच की संयुक्त बैठक सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित की गई। बैठक के उपरांत शिक्षकों ने अपनी मांगों से संबंधित 17 सूत्रीय ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया।

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय परिसर में सोमवार को आयोजित बैठक में शारदीय नवरात्र में विद्यालयों का समय प्रात: नौ से अपराह्न एक बजे तक करने, पितृ विसर्जन अमावस्या का अवकाश घोषित की मांग की। कर्मचारी शिक्षक अधिकारी एवं पेंशनर अधिकार मंच के उपाध्यक्ष देशराज तथा संरक्षक अर्जुन सिंह ने पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाया। मंच के प्रधान सचिव बीना रानी ने सभी कर्मचारियों एवं शिक्षकों से पांच अक्टूबर को अपराह्न एक बजे बीएसए कार्यालय से निकाले जाने वाली रैली में दुपहिया वाहनों के साथ शामिल होने का आह्वान किया। उप्र महिला शिक्षक संघ की जिला अध्यक्ष पूनम चौधरी, महामंत्री रुचिता सिंह ने शिक्षिकाओं की समस्या गिनाई। बैठक के उपरांत 17 सूत्रीय ज्ञापन बीएसए को दिया। बैठक की अध्यक्षता नागेश ने की। संचालन भूपेंद्र चौधरी एवं मुकेश त्यागी ने संयुक्त रूप से किया बैठक में मंच के कोषाध्यक्ष सलीमुद्दीन, प्रवक्ता विपिन शर्मा, उपाध्यक्ष पवित्र चौहान, लोकेंद्र त्यागी, इंद्रवीर नागर, अरविद चौधरी, धर्मेंद्र कुमार, प्रमोद यादव, कुलदीप चौधरी, नीलम चौधरी, कहकशां रोजी, पिकी रानी आदि ने मौजूद रहे। तीन दिन में स्कूलों में कार्य पूर्ण कराएं अधिकारी

बिजनौर: डीएम उमेश मिश्रा ने कलक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक में आपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों में चल रहे कार्यों की बिदुवार समीक्षा की। उन्होंने बीएसए और सभी एडीओ पंचायत एवं बीईओ को निर्देशित किया कि वह तीन दिन के भीतर प्राथमिक विद्यालयों में अभी तक शुद्ध पेयजल, बालिकाओं एवं दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय, रैम्प, मल्टी हैंडवाश और साफ-सफाई का कार्य पूर्ण कराने का काम करें।

डीएम ने सीडीओ और डीपीआरओ को निर्देशित किया कि वह एडीओ पंचायत को चेतावनी पत्र जारी करने के साथ-साथ अपूर्ण कार्यों के कारणों की रिपोर्ट भी तलब करें। इसके अलावा कार्य पूर्ण न होने स्थिति में संबंधित ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोकने और ग्राम पंचायतों के खाते ब्लाक करने की कार्रवाई अमल में लाने की हिदायत दी। उन्होंने ऑपरेशन कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल, बालक एवं बालिका शौचालय यूनिट, ब्लैक बोर्ड, हैंड वाशिग यूनिट, बालक एवं बालिका मूत्रालय, विद्युतीकरण एवं उपकरण, शौचालय एवं रसोईघर का टाइलीकरण, विद्यालयों की समुचित रंगाई-पुताई, विद्यालय परिसर में दिव्यांग सुलभ रैम्प एवं रेलिग, फर्नीचर की व्यवस्था, विद्यालय का विद्युत संयोजन, विद्यालय परिसर में सबमर्सिबल से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति आदि बिदुओं पर समीक्षा की। उन्होंने सभी एडीओ पंचायत और बीईओ को निर्देशित किया कि वह शौचालयों और मल्टी हैंडवाश की गुणवत्ता की जांच कराएं, ताकि बच्चों को इन सुविधाओं का पूरा लाभ मिल सके। बैठक में सीडीओ केपी सिंह, परियोजना निदेशक, डीसी एनआरएलएम, बीएसए, डीपीआरओ समेत सभी बीईओ/एडीओ पंचायत एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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