कोरोना में योग और आयुर्वेद का बड़ा महत्व
दृढ़ निश्चय और संयमित जीवन से वैश्विक महामारी कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। एक जागरूक महिला ने ऐसा कर दिखाया। उनके पति की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई तो परिवार में हड़कंप मच गया लेकिन उन्होंने अपना धैर्य और विश्वास नहीं खोया। जीवन को संयमित कर काढ़ा औषधियों और योग से कोरोना वायरस पर विजय पा ली।
बिजनौर, जेएनएन। दृढ़ निश्चय और संयमित जीवन से वैश्विक महामारी कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। एक जागरूक महिला ने ऐसा कर दिखाया। उनके पति की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई तो परिवार में हड़कंप मच गया, लेकिन उन्होंने अपना धैर्य और विश्वास नहीं खोया। जीवन को संयमित कर काढ़ा, औषधियों और योग से कोरोना वायरस पर विजय पा ली। अब उनके पति की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई है, तो परिवार में खुशी का माहौल है। उनका कहना है कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद काढ़े का उपयोग और योग का बड़ा महत्व है।
जानकीपुरम निवासी नीरज कौशिक कई दिन तक बुखार से पीड़ित थे। उन्होंने इस दौरान जिला अस्पताल पहुंचकर अपनी आरटीपीसीआर रिपोर्ट कराई तो वह पॉजिटिव निकले। सीटी स्कैन कराया तो उन्हें नौ प्रतिशत संक्रमण था। परिवार में पता चला तो वह कोरोना को लेकर दहशत में आ गए, लेकिन उनकी पत्नी अलका कौशिक ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने ²ढ़ निश्चय किया कि अपने पति को होम क्वारंटाइन कर आयुर्वेद व योग के माध्यम से ही ठीक करेंगी। प्रात: 6 बजे जागकर 6:30 से 7 बजे तक योग प्राणायाम, 7 बजे गर्म नींबू पानी, 7:30 से 8 तक नाश्ता, 8:30 बजे 50 एमएल कच्ची हल्दी वाला गर्म दूध, 9 बजे 10 मिनट तक भाप, 9:30 बजे काढ़ा, 11 बजे गर्म चाय, 12 बजे 50 से 100 एमएल गर्म नींबू पानी, 1 से 2 बजे दोपहर का खाना, 5:30 बजे काढ़ा, 6 से 7 एक्सरसाइज, 7 बजे 50 से 100 एमएल नींबू पानी, 7:30 से 8:30 रात्रि का खाना, 9 बजे 5 भाप, 9:30 बजे 50 से 100 एमएल काढ़ा, 10 बजे कच्ची हल्दी वाला गर्म दूध यह क्रियाकलाप 12 से 15 दिन तक किया गया। अब उनके पति नीरज कौशिक की कोरोना वायरस रिपोर्ट नेगेटिव आई है और वह एकदम स्वस्थ हैं। अन्य लोगों को अलका कौशिक से प्रेरणा लेकर हिम्मत रखने की जरूरत है।