मौत से परिवार में कोहराम, गांव में गम
दिल्ली अग्निकांड में मुशर्रफ की मौत से हर कोई गमजदा है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है।
बिजनौर, जेएनएन। दिल्ली अग्निकांड में मुशर्रफ की मौत से हर कोई गमजदा है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है। छह दिसंबर को ही वह छुट्टी बिताकर दिल्ली लौटा था। सबके मन में यही सवाल है कि छोटे-छोटे बच्चों की परवरिश कैसे होगी?
मुशर्रफ अपने मां-बाप के अकेली संतान थी। मुशर्रफ की मौत से पूरे परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। पत्नी इमराना और मां रहमत का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव व आसपास के लोग उनके घर पर पहुंच रहे हैं। पिता वाहिद के बूढ़े कंधों पर परिवार का बोझ आ गया है। बुढ़ापे में बेटे को खोने के गम के साथ-साथ परिवार को चलाने की जिम्मेदारी आ गई है। पड़ोसी ने बताया कि इस माह मुशर्रफ एक सप्ताह के लिए गांव आया था। गांव की महिलाएं पीड़ित परिवार को सांत्वना दे रही हैं। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आग की चपेट में बिजनौर का कोई और युवक भी हो सकता है।