भीड़ और जाम, नहीं रहा कोरोना का डर

शारीरिक दूरी और मास्क को लेकर भले ही सरकार भले ही लोगों को सजग कर रही हो लेकिन बाजार में उमड़ रही भीड़ को देखकर यही लगता है कि अब लोगों के मन से कोरोना का भय निकल चुका है। स्थिति यह है कि बाजार में भीड़ के बीच लोग न तो मास्क का प्रयोग कर रहे हैं और जाम के बीच शारीरिक दूरी भी गायब नजर आ रही है ऐसे में कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 06:19 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 06:19 PM (IST)
भीड़ और जाम, नहीं रहा कोरोना का डर
भीड़ और जाम, नहीं रहा कोरोना का डर

जेएनएन, बिजनौर। शारीरिक दूरी और मास्क को लेकर भले ही सरकार भले ही लोगों को सजग कर रही हो, लेकिन बाजार में उमड़ रही भीड़ को देखकर यही लगता है कि अब लोगों के मन से कोरोना का भय निकल चुका है। स्थिति यह है कि बाजार में भीड़ के बीच लोग न तो मास्क का प्रयोग कर रहे हैं और जाम के बीच शारीरिक दूरी भी गायब नजर आ रही है, ऐसे में कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा बना हुआ है।

देखा जाता रहा है कि चांदपुर शहर का बाजार में जरा सी भीड़ के बाद जाम लग जाता है। वजह, छोटे-बड़े वाहनों की एंट्री दिनभर रहती है। ऐसे में सिलारा मार्ग, फव्वारा चौक से नेहरु चौक और बाजार में जाम लग जाता है। यही नहीं ई रिक्शा भी इस जाम का का मुख्य कारण बनती हैं, लेकिन कोरोना की गाइडलाइन के तहत अधिक भीड़ न लगाने और मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य है। लेकिन, बाजार में सभी नियम हर दिन टूट रहे हैं। ऐसा लगता है कि जैसे लोगों में कोरोना को लेकर कोई भय ही नहीं रह गया है। मंगलवार को बाजार में जाम का झाम बना रहा है, ऐसे में न तो लोग शारीरिक दूरी का पालन करते दिखे और न ही मास्क लगाए नजर आए। उधर, बाजार में बड़े वाहनों की एंट्री भी जाम का कारण बन रही है। दिन में भी ट्रक या ट्रैक्टर बाजार में गुजरते हैं, जिससे सिलारा मार्ग, नेहरु चौक आदि स्थानों पर भीड़ लगने के साथ-साथ जाम लग जाता है।

व्यायाम और खानपान से कोरोना को हराया

नजीबाबा: कोरोना संक्रमण को चिकित्सकों की सलाह पर नियमित दवाइयों के सेवन और अपनी दिनचर्या कुछ बदलाव कर हराया जा सकता है। नियमित व्यायाम, खानपान में सावधानी बरतें तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। आपके अंदर की शक्ति ही कोरोना को मात देती है।

यह बात कोरोना संक्रमण को मात दे चुके मोहल्ला जाब्तागंज निवासी एक नागरिक ने कही। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस एक खतरनाक बीमारी है। इसके बावजूद अधिकांश नागरिक महामारी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। तीन माह पूर्व कोरोना संक्रमित के संपर्क में आकर उन्हें बुखार, खांसी व मुकाम की शिकायत हुई। चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने कोरोना परीक्षण कराया तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमित होने पर वह बहुत घबरा गए।

स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें आइसोलेशन केंद्र ले गई। परिजनों को भी कोरोना परीक्षण कराया गया, लेकिन ईश्वर की कृपा से परिवार का कोई सदस्य कोरोना पाजिटिव नहीं आया। चिकित्सकों ने उन्हें समझाया कि कोरोना संक्रमण को हराया जा सकता है। इसके लिए उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से स्वयं को मजबूत कराना होगा। चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने नियमित दवाइयों का सेवन किया और दिनचर्या में कुछ बदलाव किया। नियमित व्यायाम, खानपान का ध्यान, गुनगुने पानी का सेवन करने से ही कोरोना को मात दी।

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