रामगंगा का जल स्तर बढ़ने से फसल बर्बाद

बिजनौर जेएनएन। पिछले दो दिन से लगातार हो रही वर्षा से रामगंगा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। ह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:56 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:56 PM (IST)
रामगंगा का जल स्तर बढ़ने से फसल बर्बाद
रामगंगा का जल स्तर बढ़ने से फसल बर्बाद

बिजनौर, जेएनएन। पिछले दो दिन से लगातार हो रही वर्षा से रामगंगा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। हरेवली में राम गंगा पर बने बैराज का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। सोमवार को बैराज से करीब छह हजार क्यूसेक पानी की निकासी हुई। जो सामान्य दिनों में 500 से एक हजार क्यूसेक ही रहती है। इस कारण रामगंगा नदी के आसपास क्षेत्र में सैकड़ों बीघा धान व उड़द की फसल तक पानी पहुंच गया। जिससे किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं बेगा नदी के रपटे पर पानी आने से आधा दर्जन गांव का आवागमन बाधित हो गया।

क्षेत्र में दो दिनों से रुक-रुककर लगातार बारिश हो रही है। सोमवार तड़के से शुरू हुई तेज बारिश शाम तक जारी रही। इसी कारण हरेवली में राम गंगा नदी पर बने बैराज का जलस्तर बढ़ने लगा है। अधिकारियों के मुताबिक सोमवार को बैराज से कुल छह हजार क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है, जिसमें 1500 क्यूसेक कालागढ़ डैम से छोड़ा गया है। बाकी बरसात और राम गंगा नदी का पानी है। जलस्तर बढ़ने से हरेवली बैराज के आसपास किसानों की सैकड़ों बीघा धान और उड़द की फसल तक पानी पहुंच गया। रामगंगा नदी के किनारे भगौता, हरेवली, कुराली, खिजरपुर, परमावाला, सजापुर, जमनपुर आदि गांव हैं। यहां के किसानों की फसल जलमग्न होने से भारी नुकसान हुआ है। किसान रामलाल, गौतम, शीशराम, चन्द्रपाल, रामपाल, राजेंद्र, रामसिंह, हुकुम सिंह, धन सिंह आदि ने बताया कि धान व उड़द की फसल कटी हुई पड़ी है, सबसे अधिक इसका नुकसान हुआ है। जेई कमलेश कुमार ने बताया कि फिलहाल कालागढ़ डैम से अधिक पानी आने की कोई सम्भावना नहीं है, बरसात रुकने पर जलस्तर शीघ्र ही कम हो जाएगा।

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आवागमन बाधित

हरेवली-कुआखेड़ा मार्ग पर पड़ने वाली बेगा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। जिससे आधा दर्जन गांव के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। दिन भर लोग नदी के दोनों ओर फंसे रहे। हालांकि 10 वर्ष पूर्व विभाग द्वारा बेगा नदी पर पुल का निर्माण कराया गया था लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते नदी के बहाव से लगभग 400 मीटर पुल का निर्माण अलग कर दिया गया। जिससे आज भी लोग रपटे से ही गुजरते हैं। पानी से गांव कुआखेड़ा, मदपुरी, टांडा रामनगर गोसाई, कुराली ,भोगपुर आदि का संपर्क धामपुर से कट जाता है।

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