फसलों में भरा पानी बना मुसीबत, किसान हो रहे परेशान

पिछले दिनों हुई बारिश से गांगन नदी का बहाव बढ़ने से किसानों के खेत जलमग्न हो गए हैं। खेतों में पानी भरा होने से किसान धान की कटी फसल नहीं निकाल पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 11:33 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 11:33 PM (IST)
फसलों में भरा पानी बना मुसीबत, किसान हो रहे परेशान
फसलों में भरा पानी बना मुसीबत, किसान हो रहे परेशान

बिजनौर, जेएनएन। पिछले दिनों हुई बारिश से गांगन नदी का बहाव बढ़ने से किसानों के खेत जलमग्न हो गए थे। अभी तक किसानों के खेतों का पानी सूखा नहीं है। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। खेतों में भरा पानी उनके लिए मुसीबत बना हुआ है। किसान धान की फसल नहीं काट पा रहे हैं।

एक सप्ताह पूर्व दो दिन तक लगातार बारिश होने से मोरना, अलीनगर पालनी, खदाना, पाडली मांडू, नवादा, कोट आदि गांवों के किसानों की फसलें जलमग्न हो गई थीं, लेकिन अभी तक खेतों में पानी भरा है। इससे वह धान की फसल भी नहीं काट पा रहे हैं। मदन सिंह, रामवती, मेघराज, टिन्नी, वीरेंद्र, पवन कुमार, विकास, अशोक कुमार, विजयपाल, कृष्ण कुमार आदि किसानों की फसलों में दो फिट से अधिक पानी भरा है। वहीं रविवार को कुछ किसानों ने खड़ी धान की फसल को पानी में काटना शुरू कर दिया है। किसानों ने प्रशासन से इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। वहीं एसडीएम धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है। शिकायत आने पर समस्या का समाधान कराए जाने का प्रयास किया जाएगा।

बेसहारा पशुओं ने बढ़ाई चिता

संवाद सहयोगी, धामपुर : गांवों में घूम रहे बेसहारा पशुओं ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। ऐसे पशु किसानों की फसलों को तबाह कर रहे हैं। किसान यदि इन्हें खदेड़ने का प्रयास करते हैं तो ये हमलावर हो जाते हैं। किसानों ने स्थानीय प्रशासन से समस्या समाधान कराए जाने की मांग की है।

क्षेत्र में बेसहारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। किसानों को ऐसे पशुओं से फसलों को बचाना कठिन हो रहा है। चारे की फसल तो इन पशुओं ने पूरी तरह से नष्ट कर दी है। इससे किसानों के सामने चारे का संकट भी खड़ा हो गया है। वहीं किसी किसान के खेत में बेसहारा पशु की मौत हो जाती है तो उसे पुलिस परेशान करती है। इन पशुओं से किसानों को फसलें बचाना मुश्किल हो रहा है। रघुनाथ सिंह, तासीन अहमद, रणवीर सिंह, जयवीर सिंह, नागेन्द्र सिंह, बलवेंद्र सिंह आदि किसानों का कहना है कि वह कई बार तहसील दिवस आदि में भी इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई हल नहीं किया गया। बताया कि अब जिन किसानों ने चारे के लिए बरसीम, जेई आदि की बुआई की थी, ऐसे पशुओं ने उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। किसानों ने स्थानीय प्रशासन से ऐसे समस्या का पूरी तरह से समाधान कराए जाने की मांग की है। वहीं एसडीएम धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि जल्द ही किसानों की समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।

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