मार्ग पर जगह-जगह बिखरी रोड़ी-बजरी, हादसे का अंदेशा
उत्तराखंड की नदियों में खनिज संपदा के ढुलान पर सख्ती के बाद नजीबाबाद क्षेत्र के डंपरों की बॉडी छोटी तो की गई लेकिन डंपर में भरे जाने वाले खनिज की मात्रा में ज्यादा कटौती नहीं हुई। कम बॉडी होने के बावजूद डंपर में झोपड़ीनुमा आकार में काफी ऊपर तक भरकर खनिज संपदा का ढुलान किया जा रहा है।
जेएनएन, बिजनौर। उत्तराखंड की नदियों में खनिज संपदा के ढुलान पर सख्ती के बाद नजीबाबाद क्षेत्र के डंपरों की बॉडी छोटी तो की गई, लेकिन डंपर में भरे जाने वाले खनिज की मात्रा में ज्यादा कटौती नहीं हुई। कम बॉडी होने के बावजूद डंपर में झोपड़ीनुमा आकार में काफी ऊपर तक भरकर खनिज संपदा का ढुलान किया जा रहा है। मार्ग पर जगह-जगह रोड़ी और बजरी बिखर रही है। इन हालात में आवागमन में परेशानी के साथ-साथ दुर्घटना का डर बना हुआ है।
सितंबर की शुरुआत में उत्तराखंड परिवहन विभाग ने क्षेत्र की नदियों से खनिज संपदा की निकासी करने वाले डंपरों और भारी वाहनों में मानक से अधिक खनिज भरे जाने को गंभीरता से लिया था। उत्तराखंड के परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर की तहसील नजीबाबाद के विभिन्न क्षेत्रों से कोटद्वार जाने वाले डंपरों की बाडी वाहन स्वामियों को कटवानी पड़ी थी, लेकिन हालात अब भी पहले ही जैसे हैं। एक वाहन में क्षमता से दो से तीन गुना अधिक खनिज का ढुलान किया जा रहा है। ऐसे में डंपर में भरी पत्थर, रोड़ी, बजरी जहां-तहां बिखरने से सड़कों से गुजरना मुश्किल हो गया है और हर पल दुर्घटना का भय बना हुआ है। बोले नागरिक
यह शासन और प्रशासन की अनदेखी है। ओवरलोडिग हर हाल में रुकनी चाहिए। नई सड़कें बन नहीं रही हैं और पुरानी सड़कें ध्वस्त हो रही हैं। इस ओर ध्यान नहीं देना सरकार का फ्लाप शो है।
-महिपाल तोमर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय किसान यूनियन यह निरंकुशता का ही परिणाम है। उत्तराखंड प्रशासन की चेतावनी पर यूपी के डंपरों की बाडी कट सकती है, तो जिला बिजनौर प्रशासन के निर्देश पर ओवरलोडिग कैसे नहीं रुक सकती, यह बड़ा सवाल है।
-सुनील शर्मा समीर इनका कहना है:
ओवरलोडिग रोकने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई चल रही है। पिछले कुछ दिनों में कई ओवरलोड वाहन सीज किए जा चुके हैं। नियमानुसार जुर्माना वसूल किया गया है। बिजनौर जिला प्रशासन सख्ती करे, तो निश्चित ही सुधार होगा।
-आरएस कटारिया, एआरटीओ कोटद्वार