गंगा बैराज पर डाल्फिन की गणना शुरू

गंगा बैराज से शनिवार को डाल्फिन गणना का कार्य शुरू हो गया। पहले दिन डाल्फिन दिखाई देने से अब उनका कुनबा बढ़ने की बढ़ी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 10:58 PM (IST)
गंगा बैराज पर डाल्फिन की गणना शुरू
गंगा बैराज पर डाल्फिन की गणना शुरू

बिजनौर, जागरण टीम। गंगा बैराज से शनिवार को डाल्फिन गणना का कार्य शुरू हो गया। पहले दिन डाल्फिन दिखाई देने से अब उनका कुनबा बढ़ने की बढ़ी है।

व‌र्ल्ड वाइल्ड लाइफ के निदेशक सुरेश बाबू, वैज्ञानिक वन्य जीव संस्थान देहरादून के वरिष्ठ वैज्ञानिक कमर कुरैशी और डा. विष्णु प्रिया के नेतृत्व में गठित प्रगणकों की टीम ने शनिवार को गंगा बैराज से डाल्फिन की गणना करने का काम शुरू कर दिया। पहले दिन बिजनौर गंगा बैराज से शुरू होकर सिरजेपुर डाल्फिन की गणना की गई। डाल्फिन गणना के लिए तीन मोटर वोट से गंगा में उतारी गई। डाल्फिन की गणना में लगी टीमें 12 दिसंबर तक नरौरा तक पहुंचेंगी। पहले दिन गणना के दौरान टीम में शामिल वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों को गंगा बैराज में डाल्फिन दिखाई दी। उम्मीद है कि इस बार डाल्फिन की संख्या और बढ़ेगी। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के कोआर्डिनेटर मोहम्मद शाहनवाज खान ने गंगा बैराज से डाल्फिन की गणना शुरू हो गई है। पहले दिन कई डाल्फिन नजर आई है। इस बार डाल्फिन की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। डाल्फिन की गणना में वन विभाग की टीम भी लगी रही है। उधर, टीम ने गंगा में करीब 450 कछुओं को छोड़ा। साल-दर-साल डाल्फिन का बढ़ता कुनबा

व‌र्ल्ड वाइल्ड लाइफ, वैज्ञानिक वन्य जीव संस्थान देहरादून और वन विभाग की संयुक्त टीमें साल 2015 से बिजनौर बैराज से गढ़ मुक्तेश्वर और गढ़ मुक्तेश्वर से नरौरा बैराज तक डाल्फिन की गणना करती आ रही है। गणना के दौरान साल-दर-साल डाल्फिन का कुनबा बढ़ा है।

वर्ष संख्या

वर्ष 2015- 22

वर्ष 2016-30

वर्ष 2017-32

वर्ष 2019-35

वर्ष-2020-41

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