कीटनाशक का अनुदान दबाए बैठे अधिकारी

नजीबाबाद: किसान सहकारी चीनी मिल से कीटनाशक की खरीद करने वाले सैकड़ों किसान अनुदान न ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 09:30 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 09:30 PM (IST)
कीटनाशक का अनुदान दबाए बैठे अधिकारी
कीटनाशक का अनुदान दबाए बैठे अधिकारी

नजीबाबाद: किसान सहकारी चीनी मिल से कीटनाशक की खरीद करने वाले सैकड़ों किसान अनुदान न मिलने से परेशान हैं। अनुदान राशि न मिलने से गुस्साए किसानों ने मिल अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुदान न मिलने पर कीटनाशक की खरीद न करने की चेतावनी दी। गन्ने की फसल को रोगमुक्त रखने और कीटों से निजात दिलाने के लिए किसानों द्वारा फसल में कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है। किसान प्रमुख तौर कोराजन का छिड़काव करते हैं। यह कीटनाशक किसान सहकारी चीनी मिल द्वारा मिल से जुड़े क्षेत्रीय किसानों को अनुदान पर प्रदान किया जाता है। किसानों का कहना है कि उन्हें पिछले दो वर्षों से कोराजन पर मिलने वाला अनुदान प्रदान नहीं किया जा रहा है। कोराजन की बिक्री के समय किसानों से उसका पूरा मूल्य जमा कराने के साथ यह बताया जाता है कि अनुदान की राशि सीधे उनके बचत खाते में पहुंच जाएगी, लेकिन बैंक खाते में धनराशि नहीं भेजी गई है।

सूत्रों के अनुसार मिल प्रशासन द्वारा अनुदान राशि का अन्य खर्चों में वहन किया जा रहा है, जबकि नियमानुसार निर्धारित समयावधि में कोरोजन की अनुदान राशि किसानों के बैंक खातों में पहुंचा दी जानी चाहिए। अनुदान नहीं मिलने से नाराज कुछ किसानों ने मिल अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त की। जसबीर ¨सह धारीवाल, बलकार ¨सह, गुरजीत ¨सह, करन ¨सह, मोहित, दिपेंद्र आदि किसानों ने मिल प्रशासन से अनुदान राशि अविलंब दिलाने की मांग की। उन्होंने अनुदान न मिलने की स्थिति में विरोध करने का निर्णय लिया। मिल के गन्ना अधिकारी अजय यादव इस मुद्दे पर चुप्पी साध गए।

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