समझदारी की डोज से होगा कोरोना का समूल नाश
जिले में कोरोना संक्रमण भले ही बहुत तेजी से नहीं फैला हो लेकिन यह भी सच है कि प्रतिदिन संक्रमितों के मिलने का क्रम जारी है। प्रतिदिन मरीज मिल रहे हैं। मरीजों की कुल संख्या चार हजार से अधिक हो चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना का समूल नाश करने के लिए मास्क लगाना जरूरी है। कोरोना का संकट गहराता जा रहा है। कोई दिन ऐसा नहीं है जब कोरोना संक्रमित मरीज न मिले हों।
जेएनएन, बिजनौर। जिले में कोरोना संक्रमण भले ही बहुत तेजी से नहीं फैला हो, लेकिन यह भी सच है कि प्रतिदिन संक्रमितों के मिलने का क्रम जारी है। प्रतिदिन मरीज मिल रहे हैं। मरीजों की कुल संख्या चार हजार से अधिक हो चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना का समूल नाश करने के लिए मास्क लगाना जरूरी है। कोरोना का संकट गहराता जा रहा है। कोई दिन ऐसा नहीं है जब कोरोना संक्रमित मरीज न मिले हों।
बुधवार दोपहर तक जिले में 4045 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 3810 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। कोरोना अब तक जिले में 58 लोगों की जान भी ले चुका है। 94.19 प्रतिशत मरीजों का स्वस्थ होना और मात्र 1.43 प्रतिशत लोगों की मौत होना स्वास्थ्य विभाग के पास अपनी पीठ थपथपाने की एक वजह हो सकती है, लेकिन लोगों को भी समझदारी से ही काम लेना होगा। अधिकांश लोग शासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हैं, कुछ ऐसे भी हैं जो पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं। उन्हें न तो अपनी फिक्र है और न अपने स्वजनों की ही चिता है। फिजीशियन डा. त़जीन आरिफ का कहना है कि लोगों को चाहिए कि वह लापरवाही को छोड़कर शासन द्वारा जारी नियमों का पालन करें। नियमित रूप से मास्क पहने, बार-बार हाथ धोने को आदत में शामिल करें। भीड़ का हिस्सा न बनें। लोगों से बात करते समय कम से कम दो मीटर की दूरी रखें। यदि किसी शादी अथवा अन्य समारोह में शामिल होकर लौटे हैं तो कपड़े गर्म पानी में डालें। अच्छी तरह से हाथों एवं पैरों को साफ कर ही घर में प्रवेश करें। वृद्ध एवं बच्चों का विशेष ध्यान दें। हो सके तो उन्हें भीड़ से दूर रखें। जागरूकता की डोज से ही कोरोना को मात दी जा सकती है।