कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रहे शहर और गांव

कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमितों की संख्या इक्का-दुक्का ही रह गई है जबकि डेढ़ माह माह पूर्व शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। समय को मात्र डेढ़ माह पीछे ले जाएं तो देखते हैं कोरोना संक्रमण काल का वह काला अध्याय दिखाई देता है जिसके दोहराए जाने की कल्पना मात्र से रूह कांप उठती है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:35 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:35 AM (IST)
कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रहे शहर और गांव
कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रहे शहर और गांव

बिजनौर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमितों की संख्या इक्का-दुक्का ही रह गई है, जबकि डेढ़ माह माह पूर्व शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। समय को मात्र डेढ़ माह पीछे ले जाएं तो देखते हैं कोरोना संक्रमण काल का वह काला अध्याय दिखाई देता है, जिसके दोहराए जाने की कल्पना मात्र से रूह कांप उठती है।

गत 14 मई को जिले में 2626 सक्रिय केस थे, लेकिन पिछले करीब डेढ़ माह में स्थिति में परिर्वतन आया है। दवाओं एवं सजगता और ²ढ़इच्छा शक्ति से लोग कोरोना को हराने में कामयाब रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरी लहर का खतरा बरकरार है, इसलिए ऐसी ही सजगता आगे भी बरतनी है। ताकि कोरोना का समूलनाश किया जा सके। करीब एक माह पूर्व संक्रमित रोगियों की संख्या में कमी आने लगी। संक्रमितों से अधिक स्वस्थ होने वालों की संख्या होने लगी। धीरे-धीरे सक्रिय मरीजों की संख्या में कमी आने लगी। वर्तमान में जिले में मात्र 23 सक्रिय रोगी हैं। जिले में जिला अस्पताल समेत आठ अस्पतालों को कोरोना मरीजों के लिए एल-2 अस्पताल बनाए गए थे। इनमें 298 रोगियों को भर्ती करने की सुविधा है, लेकिन वर्तमान में किसी भी अस्पताल में एक भी कोरोना संक्रमित भर्ती नहीं है। -ग्राम प्रधानों ने निभाई अहम भूमिका

जिले में 1123 ग्राम पंचायत हैं। कोरोना काल में पंचायत चुनाव हुए। गांवों के प्रधान चुने गये। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों ने कोरोना से लड़ने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने न सिर्फ ग्रामीणों को जागरूक किया, बल्कि गांव की सफाई एवं सैनिटाइजेशन भी कराया। इतना ही नहीं लोगों को कोरोना से बचाव की गाइड लालन-पालन करने के लिए प्रेरित भी किया। वर्तमान में गंदासपुर, नगंली, रसूलपुर, आमदपुर, गढ़ी सालमाबाद, भरैरा, पेदा, कंभौर, सिरधनी, बकली, वक्शीवाला, टिक्कोपुर, रूपचंद, बेगावाला, धर्मनगरी, रावली, दयालवाला, इस्लामपुरदास, तिबड़ी, गौसपुर, पुरनपुर लडापुरा आदि दर्जनों गांवों में एक भी कोरोना मरीज नहीं है। -टीकाकरण से भी सुधरी हालत

एसीएमओ/ जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अशोक कुमार बताते हैं कि लोग लगातार वैक्सीनेशन करा रहे है। शहरी क्षेत्र में अधिक लोगों ने वैक्सीनेशन कराया है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र दस से 12 प्रतिशत लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई है। पिछले कुछ दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में भी वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता बढ़ी है।

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