संक्रमितों पर निगाह रखने के लिए बने कंटेनमेंट जोन

बिजनौर जेएनएन। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में नाकाम प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन का सहार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 06:45 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 06:45 PM (IST)
संक्रमितों पर निगाह रखने के लिए बने कंटेनमेंट जोन
संक्रमितों पर निगाह रखने के लिए बने कंटेनमेंट जोन

बिजनौर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में नाकाम प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन का सहारा लिया है। कंटेनमेंट जोन में संक्रमितों के साथ-साथ उनके संपर्क में आए लोगों पर निगाह रखी जाएगी। वहीं जिन व्यक्तियों में लक्षण मिलते हैं, तो निगरानी और रेस्पांस टीमें उनका एंटीजन और आरटीपीसी जांच कराएंगी। जांच में कोरोना पाजिटिव मिलने पर उनके इलाज की व्यवस्था कराएगी।

जनपद में अब तक 12 हजार 735 कोरोना संक्रमित केस मिल चुके हैं, जबकि 89 की मौत कोरोना से हो चुकी है। प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के जागरूकता अभियान चलाने और बेवजह लगातार कार्रवाई किए जाने के बावजूद कोरोना संक्रमण की चेन नहीं टूट रही है। 2020 में बनाए गए कंटेनमेंट जोन से मिली सफलता से सबक लेते हुए एक बार प्रशासन की गाइडलाइन के मुताबिक कंटेनमेंट जोन बनाने काम शुरू कर दिया। इन कंटेनमेंट जोन में संक्रमितों और उनके संपर्क में आए लोगों पर नजर रखने का दायित्व शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय 1611 निगरानी समितियों और 40 रेस्पांस टीमों को सौंपा गया है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल में 5521 और मई माह दस तारीख तक 2514 संक्रमित मिल चुके हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद प्रशासन ने जिले में संक्रमितों के क्षेत्र में कंटेनमेंट की योजना को अंजाम देने लिए अकेले सदर तहसील क्षेत्र में 147 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। बताते हैं कि पूरे जिले में करीब 600 कंटेनमेंट जोन है। यह है गाइड लाइन

शासन की गाइड लाइन के मुताबिक एक केस मिलने पर 25 मीटर और एक से अधिक केस मिलने पर 50 मीटर के दायरे में कंटेनमेंट जोन बनाया जाना है। डीएम रमाकांत पांडेय ने संबंधित विभागों को कंटेनमेंट बनाए जाने की योजना को लागू किए जाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में निगरानी और रेस्पांस टीमों में शामिल अधिकारी एवं कर्मचारी संक्रमितों और उनके संपर्क में आए लोगों पर नजर रखेंगे।

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