गड्ढों में तब्दील हुए संपर्क मार्ग, आवाजाही में दिक्कत

नेशनल हाइवे स्टेट हाइवे पर तो निर्माण कार्य हुआ किंतु पिछले कई साल से संपर्क मार्गों और बाईपास का निर्माण नहीं हो पाया। इस कारण जर्जर संपर्क मार्ग और बाइपास पर अक्सर दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग के अफसरों का दावा है कि जनपद में सड़कों पर मरम्मत का काम चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:31 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:31 AM (IST)
गड्ढों में तब्दील हुए संपर्क मार्ग, आवाजाही में दिक्कत
गड्ढों में तब्दील हुए संपर्क मार्ग, आवाजाही में दिक्कत

जेएनएन, बिजनौर। नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे पर तो निर्माण कार्य हुआ, किंतु पिछले कई साल से संपर्क मार्गों और बाईपास का निर्माण नहीं हो पाया। इस कारण जर्जर संपर्क मार्ग और बाइपास पर अक्सर दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग के अफसरों का दावा है कि जनपद में सड़कों पर मरम्मत का काम चल रहा है।

जिले में पिछले दो-तीन साल हाईवे के जीर्णोद्धार पर ही काम हुआ, कितु संपर्क मार्गों और बाईपास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यही वजह है कि चांदपुर तहसील क्षेत्र के लिंडरपुर-शहबाजपुर संपर्क मार्ग तक जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं। इस मार्ग से रामोरूपपुर, धारूपुर, हीमपुर पृथ्या, लावदीपुर, हैजरपुर भट्ट समेत कई अन्य गांवों के लोग आवाजाही करते हैं। ग्रामीण जागेश कुमार, रामकिशन सिंह, सत्यवीर सिंह, हेमराज सिंह, नरेंद्र कुमार, सुभाष कुमार, जयवीर सिंह, वीरपाल सिंह, नरेश कुमार, सुनील कुमार, रामोतार सिंह आदि का कहना है कि कई बार इस मार्ग की मरम्मत का मुद्दा प्रशासनिक अफसरों के दरबार में उठा चुके हैं, किंतु अभी इस मार्ग की मरम्मत नहीं हुई। वहीं नजीबाबाद-हरिद्वार मार्ग को बिजनौर मार्ग से जोड़ने वाला बाईपास और नजीबाबाद-बुंदकी मार्ग पर गन्ना समिति कार्यालय से हिमालयन कालोनी तक सड़क उखड़ी हुई है। करीब तीन वर्ष पहले बना दोयजवाली से बिजौरी होते हुए जट्टीवाला मार्ग भी गड्ढों में तब्दील हो चुका है। वहीं धामपुर तहसील क्षेत्र के अफजलगढ़, नहटौर, ऊमरी, स्योहारा और अफजलगढ़-हरेवली मार्ग की हालात भी खराब है। इस कारण गडढायुक्त सड़कों पर अक्सर दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। इनका कहना है:

अधिकांश सड़कों पर गड्ढे भरने का कार्य किया जा चुका है। शेष पर काम चल रहा है। यदि किसी सड़क पर गड्ढे भरने से रह जाते हैं, तो स्थलीय जांच के बाद गड्ढे भरवा दिए जाएंगे।

-सुनील सागर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग।

chat bot
आपका साथी