ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व्यवस्था चौपट

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के शोरगुल में ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व्यवस्था चौपट हो गई हैं। अधिकांश ग्राम पंचायतों प्रमुख नाले व नालियां गंदगी से लबालब भरी हैं और कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हैं। नगर से सटे ग्राम पंचायत मौअज्जमपुर तुलसी और शेखपुर गढ़ू के गुजरने वाले जलनिकासी नालों में पालिथीन युक्त कूड़े का साम्राज्य है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 02:44 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 02:44 AM (IST)
ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व्यवस्था चौपट
ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व्यवस्था चौपट

जेएनएन, बिजनौर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के शोरगुल में ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व्यवस्था चौपट हो गई हैं। अधिकांश ग्राम पंचायतों प्रमुख नाले व नालियां गंदगी से लबालब भरी हैं और कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हैं। नगर से सटे ग्राम पंचायत मौअज्जमपुर तुलसी और शेखपुर गढ़ू के गुजरने वाले जलनिकासी नालों में पालिथीन युक्त कूड़े का साम्राज्य है। नालों से उठती दुर्गंध से वातावरण तो दूषित हो ही रहा साथ ही गंदगी में मच्छरों के पनपने से मच्छरजनित रोगों के फैलने की आशंका बढ़ गई है।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नागरिक अपने परिवेश को साफ-स्वच्छ रखने में जुटे हैं। वहीं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के शोरगुल में अधिकांश ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नगर से सटी ग्राम पंचायत मौअज्जमपुर तुलसी में जलनिकासी नाला पालिथीन युक्त गंदगी से लबालब भरा है। नाले की हालत देखकर यहीं अनुमान लगाया जा सकता है कि पिछले पांच वर्षों में नाले की तलछट सफाई हुई ही नहीं है। नाले से उठती दुर्गंध वातावरण का दूषित कर रही है। ग्रामीणों को भय सता रहा है कि एक तरफ कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते सरकारी अस्पताल में मरीजों के संख्या बढ़ रही है। गंदगी से मच्छरजनित रोग फैलने लगा तो उन्हें बेहतर इलाज नहीं मिल सकेगा। उधर तातारपुरलालू, शेखपुर गढ़ू, जालबपुर गूदड़ आदि ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई व्यवस्था चौपट हैं। आदर्शनगर बिजलीघर के नजदीक से गुजर रहा नाला में नगर की जलनिकासी होती है। ग्रामीणों ने कई बार नगरपालिका परिषद से नाले की तलछट सफाई कराने की मांग की। नगरपालिका ने भी कई बार नाले की सफाई कराई, लेकिन नागरिक आने-अनजाने में पालीथिन युक्त कूड़ा नाले में डालकर मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। इनका कहना है

सफाई कर्मचारियों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में लगाया गया था। सफाई कर्मचारियों कोरोना परीक्षण कराकर ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई व्यवस्था के लिए भेजा जाएगा।

- ऋषि कुमार, एडीओ पंचायत

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