अपराध नियंत्रण में सहभागी बनें व्यापारी

अपराधिक घटनाओं पर अंकुश के लिए नजीबाबाद पुलिस व्यापारी वर्ग के साथ तालमेल बनाकर बेहतर काम करने की कोशिशों में जुटी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी ने व्यापारियों की बैठक लेकर अहम बिदुओं पर मंथन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:34 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:34 PM (IST)
अपराध नियंत्रण में सहभागी बनें व्यापारी
अपराध नियंत्रण में सहभागी बनें व्यापारी

जेएनएन, बिजनौर। अपराधिक घटनाओं पर अंकुश के लिए नजीबाबाद पुलिस व्यापारी वर्ग के साथ तालमेल बनाकर बेहतर काम करने की कोशिशों में जुटी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी ने व्यापारियों की बैठक लेकर अहम बिदुओं पर मंथन किया।

मंगलवार को थाना प्रभारी निरीक्षक कार्यालय में आयोजित बैठक में पुलिस क्षेत्राधिकारी गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि अपराधिक घटनाओं को रोकने और घटनाओं के शीघ्र खुलासे के लिए पुलिस संकल्पबद्ध है। बेहतर व्यवस्थाएं बनाने के लिए व्यापारी एवं समाज के जिम्मेदार व प्रबुद्ध लोगों से सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने सर्राफा कारोबारियों से दुकान पर सीसीटीवी कैमरे लगाने एवं पहचान वाले व्यक्ति को ही प्रतिष्ठान पर रखने की सलाह दी। उन्होंने व्यापारियों को सीसीटीवी कैमरों को ऐसे कोण पर रखने की सलाह दी। जिससे उनका प्रतिष्ठान तो सुरक्षित हो ही, साथ ही किसी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों तक पहुंचने में मददगार भी साबित हो।

सर्राफा व्यापारी हर्षित सर्राफ ने ई-रिक्शाओं को बाजार में वन-वे करने और व्यापारी एवं भाजपा कार्यकर्ता राजन टंडन गोल्डी ने ने साहनपुर में मुख्य चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की अपील की। अन्य व्यापारियों ने भी अपनी समस्याएं और अपराध नियंत्रण के लिए सुझाव रखे। इस मौके पर रचित अग्रवाल, दिनेश वर्मा, नरेंद्र शर्मा, विवेक अग्रवाल, मयंक वर्मा, राहुल वर्मा, सर्वेश अग्रवाल, विपुल तायल, कृष्ण कुमार वर्मा, दिनेश वर्मा, मोनिका यादव आदि उपस्थित रहे। पौधे लगाकर भूले अधिकारी

पर्यावरण संरक्षण को लेकर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों द्वारा पौधारोपण अभियान चलाया गया। तमाम जगह चिन्हित कर बढ़-चढ़कर पौधे लगाए गए। प्रमुख चौराहों से लेकर अन्य सरकारी स्थानों पर यह अभियान चला, लेकिन समय के साथ उनकी देखरेख के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए। रही बात ट्री गार्ड की तो यहां ऐसा कुछ नजर ही नहीं आता है। पालिका से लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने पौधे लगाने के बाद उनकी देखरेख पर कोई ध्यान नहीं दिया। अब बरसात के मौसम में भी इन पौधों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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