गोवंश की बिक्री पर पाबंदी के खिलाफ किया प्रदर्शन

नजीबाबाद, (बिजनौर) : गोवंश की बिक्री पर पाबंदी को गैरकानूनी और अव्यवहारिक बताते हुए अखिल भारतीय किसान सभा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Feb 2019 10:30 PM (IST) Updated:Wed, 06 Feb 2019 10:30 PM (IST)
गोवंश की बिक्री पर पाबंदी के खिलाफ किया प्रदर्शन
गोवंश की बिक्री पर पाबंदी के खिलाफ किया प्रदर्शन

नजीबाबाद, (बिजनौर) : गोवंश की बिक्री पर पाबंदी को गैरकानूनी और अव्यवहारिक बताते हुए अखिल भारतीय किसान सभा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।

माकपा नेता रामपाल ¨सह, विजेंद्र सिन्हा, खुर्शीद शेख, विजयपाल ¨सह के नेतृत्व में अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने बुधवार सुबह तहसील पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप था कि सरकार मनमानी नीतियां आम जनता और किसान-मजदूरों पर थोप रही है। कहा कि पशु व्यापार बंद होने से गांवों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। गो रक्षा के नाम पर असामाजिक तत्व माहौल खराब कर रहे हैं। गोवंश की बिक्री पर पाबंदी लगा दी गई। बेसहारा गोवंश किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल को संबोधित आठ सूत्रीय ज्ञापन नायब तहसीलदार राजीव यादव को सौंपा। जिसमें आवारा पशुओं से फसलों को बचाने और बर्बाद फसलों का किसानों को मुआवजा देने, पशु व्यापार से पाबंदी हटाकर पशु मेले आयोजित करने, वृद्ध और अनुपयोगी गोवंश के लिए चार हजार रुपये और गौ पालक को पांच हजार रुपये मासिक खर्च देने, बिजनौर और चांदपुर चीनी मिल से बकाया गन्ना मूल्य किसानों को दिलाने, किसानों पर हुए लाठीचार्ज की जांच कर कार्रवाई करने, किसानों के सभी कर्ज माफ करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में विक्रम, विजय ¨सह, नफीस, लतीफ, अमीर, शकील, बबलू, संदीप आदि शामिल रहे।

छाछरी टीप में कान्हा आश्रय स्थल का निर्माण आरंभ

संवाद सूत्र, गंज दारानगर : छाछरी टीप में कान्हा आश्रय स्थल का निर्माण आरंभ हो गया है। गत तीन दिन पहले जिलाधिकारी अटल कुमार राय ने कान्हा आश्रय स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया था। डीएम ने अधिकारियों को गौशाला का तीन माह के अंदर निर्माण कराने के आदेश दिए थे।

पशुपालन विभाग की ओर से छाछरी टीप ग्राम पंचायत की करीब 25 बीघा बंजर जमीन में एक करोड़ 20 लाख रुपये की योजना से कान्हा आश्रय स्थल का निर्माण होना है। इसमें से आधी भूमि पर भवन का निर्माण होना है और आधी भूमि में आश्रित गायों के लिए चारा बुआई करेंगे।

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