तीन किसानों की रेस्क्यू कर प्रशासन ने बचाई जान

नांगलसोती क्षेत्र के गांव शहजादपुर व रंजीतपुर के तीन किसानों की जान रेस्क्यू के बाद पुलिस प्रशासन ने बचा ली। गंगा में देर अचानक जलस्तर बढ़ने से किसान गंगा के उस पार फंस गए। किसान 14 घंटे तक जिदगी-मौत से जंग लड़ते रहे हालांकि इस दौरान उन्होंने फोन पर परिजनों को घटना से अवगत कराया। दिन निकलते ही बड़ी संख्या में किसान गंगा पर जुट गए। परिजन व ग्रामीण फंसे किसानों का मनोबल बढ़ाया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:05 PM (IST)
तीन किसानों की रेस्क्यू कर प्रशासन ने बचाई जान
तीन किसानों की रेस्क्यू कर प्रशासन ने बचाई जान

जेएनएन, बिजनौर। नांगलसोती क्षेत्र के गांव शहजादपुर व रंजीतपुर के तीन किसानों की जान रेस्क्यू के बाद पुलिस प्रशासन ने बचा ली। गंगा में देर अचानक जलस्तर बढ़ने से किसान गंगा के उस पार फंस गए। किसान 14 घंटे तक जिदगी-मौत से जंग लड़ते रहे, हालांकि इस दौरान उन्होंने फोन पर परिजनों को घटना से अवगत कराया। दिन निकलते ही बड़ी संख्या में किसान गंगा पर जुट गए। परिजन व ग्रामीण फंसे किसानों का मनोबल बढ़ाया। प्रशासनिक अधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को निकालने के लिए रेक्स्यू कराया।

नांगलसोती क्षेत्र के ग्राम शहजादपुर निवासी दो किसान राशिद पुत्र युसूफ, सलीम पुत्र मसीता शुक्रवार की शाम अपने खेतों पर रखवाली करने गए थे। रात्रि में वह अपने खेतों में सोए हुए थे कि अचानक उनकी आंख खुली तो उन्होंने अपने को चारों तरफ से पानी से घिरे देखा। जान बचाने को दोनों किसान मशक्कत के बाद एक मचान पर चढ़ गए और जिदगी और मौत से लड़ते रहे। चारों तरफ पानी ही पानी और हर क्षण गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से उनकी सांसे थमी रही। हालांकि फोन पर उन्होंने अपने परिजनों को घटना की सूचना दे दी। बड़ी संख्या में शहजादपुर निवासी ग्रामीण फरीद, जाहिद, नूरहसन, मेहताब, शाहिद, उस्मान आदि परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे।

ग्रामीणों ने एसडीएम परमानंद झा को अवगत कराया गया। तहसीलदार राधेश्याम शर्मा के नेतृत्व में राजस्व की टीम को मौके पहुंची। थानाध्यक्ष संजय पांचाल पुलिस व हल्का इंचार्ज विनोद कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। एसडीएम, सीओ भी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम परमानंद झा के नेतृत्व में रेस्क्यू आपरेशन कराया। पीएससी के बचाव दल को वोट के साथ मौके पर पहुंची। पीएससी की टीम व स्थानीय तैराक नूर हसन दोनों किसानों को किसानों को बचा लिया गया। झाड़ियों में फंसा हुआ था उत्तराखंड का किसान

नांगलसोती: जिस दौरान शहजादपुर निवासी किसानों को बचाने के लिए ग्रामीण गंगा पर डटे हुए थे। उसी दौरान एक किसान के अचानक चिल्लाने की आवाज ग्रामीणों ने सुनी। ऋषिपाल कश्यप व जुल्फिकार ट्यूब की मदद से गंगा में उतर गए। किसान विजय निवासी रंजीतपुर झाड़ियों में फंसा हुआ था। टीम ने मशक्कत के बाद किसान विजय को बचाया और गंगा के बाहर लेकर आए। विजय का उपचार कराया गया। उपचार के बाद विजय को घर के लिए रवाना किया। किसानों की फसलें हो गई जलमग्न

नांगलसोती: गंगा खादर क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर भूमि में खड़ी किसानों की गन्ने की फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई। वही गंगा के रौद्र रूप में तेज बहाव से कटान की स्थिति भी बन गई है। हालांकि एक-दो दिन में पानी का जलभराव कम नहीं हुआ तो खादर के किसानों को भारी नुकसान पहुंचेगा। बता दें कि गंगा की दो धारों पर सैकड़ों की संख्या में किसान गन्ने की फसल चारा उगाते हैं। वहीं जिन किसानों के आम अमरूद के बाग हैं उनमें भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

याद दिला दी सन 2013 की त्रासदी

नांगलसोती: सन 2013 केदारनाथ में आई जल प्रलय से क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जब किसान अपने खेतों पर पहुंचे तो उन्हें सन 2013 की त्रासदी याद आ गई। उस वक्त भी अचानक आए पानी के कारण धामपुर के किसान रामसिंह की गंगा में फंसने में से मौत हो गई थी।जबकि मृतक के दामाद दिनेश को ग्रामीणों उमर, शरफराज आदि ने किसी तरह बचाया था।

chat bot
आपका साथी