प्रशासन ने उफनती नदियों से दूर रहने की दी हिदायत

जनपद से गुजरने वाली बरसाती नदियों पर बने रपटों पर बरसात के मौसम में पानी बह रहा है। वहीं दो दिन पहले मालन नदी में आए उफान में ग्राम पुंडरी खुर्द में बना रपटा टूट गया जिससे पशुपालकों के सामने चारे की समस्या खड़ी हो गई। इसके अलावा इन नदियों पर बने रपटों से आवाजाही करते वक्त कई लोग डूब चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 07:06 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 07:06 AM (IST)
प्रशासन ने उफनती नदियों से दूर रहने की दी हिदायत
प्रशासन ने उफनती नदियों से दूर रहने की दी हिदायत

जेएनएन, बिजनौर। जनपद से गुजरने वाली बरसाती नदियों पर बने रपटों पर बरसात के मौसम में पानी बह रहा है। वहीं दो दिन पहले मालन नदी में आए उफान में ग्राम पुंडरी खुर्द में बना रपटा टूट गया, जिससे पशुपालकों के सामने चारे की समस्या खड़ी हो गई। इसके अलावा इन नदियों पर बने रपटों से आवाजाही करते वक्त कई लोग डूब चुके हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों से उफनती नदियों से दूर रहने की अपील कर रहे हैं।

जनपद से कोटावाली, रवासन, सूखा, गूला, नकटा, पहाडा, खो, रवासन समेत कई नदियां गुजरती हैं। इन नदियों में प्रत्येक साल बरसात के मौसम में ही उफान आता है। पिछले चार दिन से पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हुई झमाझम बारिश से गंगा और उसकी सहयोगी नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। डैबलगढ़-शुकतीर्थ के बीच बना पैंटून पुल हटा दिया गया था। मालन नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि की वजह से ग्राम पूंडरी में बना अस्थाई रपटा टूट गया। रपटा टूटने से इस गांव के ग्रामीणों की खेतों पर आवाजाही बंद हो गई। वहीं पशुओं के चारे का संकट उत्पन्न हो गया।

नजीबाबाद के बड़िया-जट्टीवाला संपर्क मार्ग पर कठियारी नदी, बढ़ापुर में पहाड़ा नदी पर रपटा बना हुआ है। पहाड़ा नदी पर बने रपटे के नजदीक स्नान करते वक्त डूबने से दो बच्चों की मौत भी हो चुकी है। वहीं बरसात के मौसम में अक्सर मोटा महादेव-भागूवाला बाईपास मार्ग पर लकड़हान नदी के रपटे पर पानी बहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग-74 पर स्थित कोटावाली नदी के पुल के नीचे बने रपटे पर जल स्तर बढ़ने पर यातायात रुक जाता है। धामपुर क्षेत्र के ग्राम हरेवली के भगौता में बेगा नदी पर बने रपटे पर बरसात के मौसम में अक्सर कई फुट पानी बहता है। इस कारण छह से अधिक गांवों का संपर्क धामपुर से टूट जाता है। गांव जसमौरा में प्रशासन ने रपटा तो बना दिया है, लेकिन बरसात में इस रपटे पर आवाजाही खतरनाक हो जाती है।

इनका कहना है:

बरसात के मौसम में ग्रामीणों को उफनती नदियों से दूर रहने की लगातार हिदायत दी जा रही है। वहीं उफनती नदियों में फंसने वाले ग्रामीणों को बचाने के लिए एसडीआरएफ और पीएसी के जवान जिले में कैंप किए हुए हैं।

-उमेश मिश्रा, डीएम।

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