दीवार गिराकर सामान रखने का आरोप
जेएनएन बिजनौर। विकासखंड की आवासीय कालोनी के निकट कुछ लोगों ने दीवार गिराकर इस भूमि प
जेएनएन, बिजनौर। विकासखंड की आवासीय कालोनी के निकट कुछ लोगों ने दीवार गिराकर इस भूमि पर अपना सामान रख लिया। इसकी जानकारी होने पर जेई ने मौके का निरीक्षण किया तथा वहां रह रहे लोगों को फटकाकर लगाई। साथ्ज्ञ ही ठेकेदार को दीवार बनाने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय ब्लाक आवास कालोनी के पीछे कुछ परिवार निवास करते हैं। आरोप है कि इन लोगों ने यहां की दीवार गिराकर अपना सामान रख लिया तथा पशुओं को बांधना शुरू कर दिया थ। इस मामले का पता लगने पर खंड विकास अधिकारी ने इस मामले की जांच जेई को सौंपकर इस मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जेई नानकचंद मौके पर पहुंचे तो दीवार गिरी मिली। साथ ही दीवार के निकट रह रहे कुछ परिवार के लोगों से मामले की जानकारी की। जेई ने उन्हें जमकर फटकार लगाई तथा उस जगह को खाली करने के निर्देश दिए। साथ ही भविष्य में कभी भी इस प्रकार की पुनरावृत्ति पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। ठेकेदार को दीवार पूरी तरह से नई बनाने के निर्देश दिए।
नरेगा मजदूरों का सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन
जेएनएन, बिजनौर। पिछले छह माह से नरेगा मजदूरों का विभाग द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं मिला है। मजदूरी ने मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। इसके विरोध में मजदूरों ने पंचायत सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजते हुए इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
क्षेत्र के गांव सलावा में नरेगा के तहत मजदूरों से काम कराया गया था। आरोप है कि पिछले माह से उनकी मजदूरी का एक भी पैसा पंचायत सचिव द्वारा नहीं दिया गया है। इससे उनके घरों में रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। मजदूरों ने कई बार विभागीय अफसरों से इस बाबत अवगत कराया, लेकिन उनकी किसी ने एक नहीं सुनी। इसके चलते रविवार को सभी मजदूर गांव में एकत्र हुए तथा उन्होंने पंचायत सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी शिकायती पत्र भेजते हुए इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में प्रधान भगीरथ सिंह, मुनेश कुमार, राहेश सिंह, बल्लू सिंह, नीरज, चेतराम सिंह, रामपाल आदिश शामिल रहे। वहीं पंचायत सेकेट्री का कहना है कि यह काम उनके अंडर में नहीं आता है। यह काम टीए व रोजगार सेवक का है। उन पर लगाए आरोप निराधार हैं।