मोबाइल पर आए एक एसएमएस से बची 73 लाख की ठगी

गुड़ व्यापारी के बैंक खाते से क्लोन चेक बनाकर 73 लाख रुपये निकालने का प्रयास किया गया। व्यापारी के मोबाइल पर आए एक एसएमएस से ठगी पर पानी फिर गया। समय रहते भुगतान रुकवा दिया गया। व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने फर्जी फर्म और दो बैंक कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 10:47 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 10:47 PM (IST)
मोबाइल पर आए एक एसएमएस से बची 73 लाख की ठगी
मोबाइल पर आए एक एसएमएस से बची 73 लाख की ठगी

जेएनएन, बिजनौर। गुड़ व्यापारी के बैंक खाते से क्लोन चेक बनाकर 73 लाख रुपये निकालने का प्रयास किया गया। व्यापारी के मोबाइल पर आए एक एसएमएस से ठगी पर पानी फिर गया। समय रहते भुगतान रुकवा दिया गया। व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने फर्जी फर्म और दो बैंक कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है।

किरतपुर नगर के प्रतिष्ठित गुड़ व्यापारी विजय गोयल की फर्म का पीएनबी बैंक में खाता है। मंगलवार को आरवी इंटरप्राइजेज मानसरोवर, जयपुर (राजस्थान) की फर्म ने उनके खाते में 72 लाख 87 हजार 500 रुपये का चेक लगाया था। चूंकि दो लाख से अधिक के भुगतान पर बैंक खाताधारक को क्लियरेंस के लिए एमएमएस भेजता है। विजय गोयल को एसएमएस मिला तो वह सकते में आ गए। वह तुरंत बैंक पहुंचे और चेक को फर्जी बताते हुए भुगतान रुकवा दिया। विजय गोयल ने बताया कि उन्होंने गत 13 सितंबर को किसी व्यापारी के खाते में अपने खाते से 18 लाख 71 हजार 925 रुपये चेक के जरिए ट्रांसफर किए थे। किसी जालसाज ने उसी चेक का क्लोन चेक तैयार कर जयपुर की फर्म के नाम से खाते से 72 लाख 87 हजार 500 रुपये निकालने के लिए बैंक में लगा दिया। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह को दी। एसपी ने किरतपुर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने और मामले की जांच साइबर सेल से कराने के निर्देश दिए। कोतवाल राजकुमार शर्मा ने बताया कि व्यापारी की तहरीर पर फर्म आरवी इंटर प्राइजेज मान सरोवर जयपुर के अज्ञात मालिक, यश बैंक जयपुर के कर्मचारी अंकुर गौड़ और पंजाब नेशनल बैंक किरतपुर के सीडीपीसी के अज्ञात कर्मचारी के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। फर्म के बारे में जांच-पड़ताल की जा रही है।

इनका कहना है..

मंगलवार को व्यापारी के खाते को सीज किया गया। इससे घटना होने से बच गई।

-सुधीर कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक, पीएनबी, किरतपुर।

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