कोरोना के विजेता: 64 वर्ष की उम्र में कोरोना को दी मात

कोरोना महामारी के नाम से ही मन सिहर उठता है। वजह बड़ी संख्या में लोग कोरोना से जंग हार रहे हैं लेकिन गांव रूपपुर निवासी 64 वर्ष के बलराम सिंह ने कोरोना को न सिर्फ मात दी बल्कि साहस और दृढ़ संकल्प की मिसाल पेश की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 06:31 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 06:31 AM (IST)
कोरोना के विजेता: 64 वर्ष की उम्र में कोरोना को दी मात
कोरोना के विजेता: 64 वर्ष की उम्र में कोरोना को दी मात

बिजनौर, जेएनएन। कोरोना महामारी के नाम से ही मन सिहर उठता है। वजह, बड़ी संख्या में लोग कोरोना से जंग हार रहे हैं, लेकिन गांव रूपपुर निवासी 64 वर्ष के बलराम सिंह ने कोरोना को न सिर्फ मात दी, बल्कि साहस और दृढ़ संकल्प की मिसाल पेश की है। उनका कहना है कि कोरोना को लेकर अधिक तनाव न लें, बल्कि जरुरी गाइडलाइन का पालन करें और एहतियात भी बरतें। आवश्यक दवाइयां और योग भी इसे हराने के लिए बड़ा हथियार है।

चांदपुर क्षेत्र के गांव रूपपुर निवासी बलराम सिंह को पिछले दिनों बुखार आया और गले में भी थोड़ी परेशानी हुई। उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट कराया, तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद थोड़ी हड़बड़ाहट तो हुई, लेकिन उन्होंने आत्मविश्वास को नहीं खाया। सबसे पहले खुद को घर में आइसोलेट किया। बेटे द्वारा चिकित्सकों से ली गई सलाह के आधार पर आवश्यक दवाइयां शुरू कर दी। साथ ही गर्म पानी का इस्तेमाल किया। सुबह-शाम गर्म पानी के गरारे और भाप लेने का काम शुरू किया। चंद दिन बाद सेहत में सुधार हुआ, लेकिन 14 दिन तक परिजनों से दूरी बनाए रखी। वहीं, काढ़े व आयुर्वेदिक दवाइयां भी बहुत काम आई। सुबह धूप में हल्की योग क्रियाएं शुरू की, जिसके बाद शरीर में स्फूर्ति का अहसास होने लगा। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और लोगों से आह्वान कर रहे हैं कि कोरोना होने पर खुद पर विश्वास रखें। तनाव न लें और हतोत्साहित न हों। यह एक बीमारी है, जिसका इलाज भी है। साहस के आगे कोरोना भी मात खाएगा। - - - - - - - - - -

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