विधि- विधान से पूजी गईं सुख समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी

वासंतिक नवरात्र के अंतिम दिन बुधवार को आदि शक्ति के नौवे

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 10:07 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 10:07 PM (IST)
विधि- विधान से पूजी गईं सुख समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी
विधि- विधान से पूजी गईं सुख समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): वासंतिक नवरात्र के अंतिम दिन बुधवार को आदि शक्ति के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की विधि-विधान से पूजी गईं। इस दौरान देवी मंत्रों से गांव और नगर गुंजायमान रहे। घंटा- घड़ियाल की गगनभेदी आवाज से पूरा वातावरण भी देवीमय हो गया है। कड़ी धूप के बाद भी आस्था में डूबे भक्त मां की एक झलक पाने को बेताब रहे।

वासंतिक नवरात्र की नवमी के दिन पूरा जनपद देवी के आराधना में जुटा रहा। देवी मंत्रों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। देवी भगवती का नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री का है। नवमी के दिन देवी भक्त आदि शक्ति के इस स्वरूप का पूजन-अर्चन करते हैं। जिस साधक ने इनको प्राप्त कर लिया वह सुख-समृद्धि का प्रतीक हो गया। अर्थ पाना कठिन नहीं है, अर्थ को सिद्ध करना बड़ा अर्थ रखता है। देवी मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की सुबह से ही लंबी कतार लगी रही। नगर के घोपइला माता मंदिर पर भोर से ही आदि शक्ति के दर्शन को भक्तों की कतार लगी रही। गोपीगंज स्थित प्राचीन दुर्गामंदिर, काली देवी मंदिर, कबूतरनाथ मंदिर आदि स्थानों पर देवी भक्तों का तांता लगा रहा। महिला-पुरुष दर्शन-पूजन कर देवी की स्तुति कर रहे थे। इस दौरान घंटा- घड़ियाल के साथ गगनभेदी जयकरे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा। इसी तरह औराई, महराजगंज, बाबूसराय, ऊंज स्थित देवी मंदिरों में आस्थावानों की भीड़ लगी रही।

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