ग्रामीणों को छल रहा अधूरा पड़ा सामुदायिक शौचालय

प्रत्येक ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण हो। जिससे किसी भी परिवार को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 06:17 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:17 PM (IST)
ग्रामीणों को छल रहा अधूरा पड़ा सामुदायिक शौचालय
ग्रामीणों को छल रहा अधूरा पड़ा सामुदायिक शौचालय

जागरण संवाददाता, बाबूसराय (भदोही) : प्रत्येक ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण हो। जिससे किसी भी परिवार को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े। शासन की प्राथमिकता में शामिल इस योजना के तहत निर्मित कराए गए शौचालयों के नाम पर खुलकर मनमानी की गई। परिणाम भले ही शासन स्तर से योजना के तहत भेजे गए लाखों रुपये खर्च कर दिए जा रहे हों लेकिन स्वच्छता आती नहीं दिख रही है। इसका स्पष्ट उदाहरण देखा जा सकता है औराई ब्लाक क्षेत्र के ठेगीपुर रत्ना गांव में बने सामुदायिक शौचालय में। दीवाल खड़ी कर बाहर रंग-रोगन करके चमका दिया गया लेकिन अंदर सारा काम अधूरा है। इससे वह ग्रामीणों के लिए शोपीस बनकर केवल छलता नजर आ रहा है।

ठेगीपुर, रत्ना गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण करीब डेढ़ वर्ष पहले शुरू कराया गया। निर्माण के नाम पर जमकर की गई मनमानी का हाल यह रहा है बाहर से दीवाल खड़ी रंग-रोगन तक करा दिया गया लेकिन अंदर की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। न तो दीवाल पर प्लास्टर किया गया न ही कमोड, प्लम्बरिग आदि का काम ही कराया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण के नाम पर लाखों रुपये का बंदरबांट किया जा चुका है। जबकि निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। ग्रामीण शौचालय तक पहुंचते हैं और अंदर का नजारा देख उल्टे पांव लौटने व खुले में खेतों का सहारा लेने को विवश हैं। आरोप है कि अवगत कराने के बाद भी विभागीय मिलीभगत के चलते निर्माण कराने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उच्चाधिकारियों से जांच कराकर कार्रवाई करने व निर्माण कार्य पूरा करवाने की मांग की है।

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