सीता की खोज में लगी वानरी सेना, हनुमान ने जलाई लंका

जागरण संवाददाता चौरी (भदोही) क्षेत्र के लठिया गांव में श्री शिव रामलीला समिति के तत्वावधान म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 07:52 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 07:52 PM (IST)
सीता की खोज में लगी वानरी सेना, हनुमान ने जलाई लंका
सीता की खोज में लगी वानरी सेना, हनुमान ने जलाई लंका

जागरण संवाददाता, चौरी (भदोही) : क्षेत्र के लठिया गांव में श्री शिव रामलीला समिति के तत्वावधान में चल रही रामलीला में शनिवार की रात राम-सुग्रीव मित्रता, सीता खोज व लंकादहन का मंचन किया गया। श्रीराम के जयकारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा।

भगवान श्रीराम-लक्ष्मण सीता की खोज में भटकते हुए सबरी आश्रम तक पहुंच जाते है। सबरी द्वारा ऋष्यमूक पर्वत की ओर इशारा कर सुग्रीव से मदद मिलने की बात कहीं गई। पर्वत पर पहुंचने पर राम और सुग्रीव की मित्रता होती है। मन से कुंठित सुग्रीव से श्रीराम ने कारण पूछने पर बालि के अत्याचार की बात बताई। श्रीराम ने योजनाबद्ध ढंग से बालि का वध कर दिया। उधर सीता के वियोग में श्रीराम चितित रहते हैं। जबकि सुग्रीव अपनी भोग विलास में लीन हो जाते हैं। हनुमान द्वारा याद दिलाने पर सुग्रीव को अपनी गलती का अहसास होता है। सुग्रीव पूरी वानरी सेना को सीता की खोज में लगा देते हैं। सीता को खोजते हुए हनुमान लंका पहुंच जाते है जहां पर विभीषण ने माता सीता को अशोक वाटिका में होने की जानकारी देता है। भूखे-प्यासे हनुमान वाटिका में फल खाते समय काफी नुकसान पहुंचाते हैं। रखवाली कर रहे राक्षसों का वध भी कर देते हैं। रावण के कहने पर मेघनाथ द्वारा हनुमान को बंदी बनाकर दरबार में लाया जाता है। हनुमान की पूंछ में आग लगा दी जाती है। पूंछ में लगी आग के सहारे पूरी लंका को जलाकर हनुमान राख कर देते हैं। इस मौके पर कृपाशंकर पाठक, रमाकांत तिवारी, छोटेलाल तिवारी, धनीशंकर यादव, जीत तिवारी, सुरेश दुबे आदि थे।

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