अभिभावकों के खाते में भेजा जाएगा 1.71 लाख बच्चों के यूनिफार्म का धन

- बेसिक शिक्षा - बेसिक शिक्षा विभाग के प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज होने लगा माता-पिता और अभिभावक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Jul 2021 04:48 PM (IST) Updated:Tue, 06 Jul 2021 04:48 PM (IST)
अभिभावकों के खाते में भेजा जाएगा 1.71 लाख बच्चों के यूनिफार्म का धन
अभिभावकों के खाते में भेजा जाएगा 1.71 लाख बच्चों के यूनिफार्म का धन

- बेसिक शिक्षा

- बेसिक शिक्षा विभाग के प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज होने लगा माता-पिता और अभिभावक का खाता

- अभिभावक सही माप में सिला सकेंगे अपने बच्चे का यूनिफार्म

- शिक्षकों को हिदायत त्रुटिरहित दर्ज करें बैंक खाते का विवरण जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बंद चल रहे परिषदीय स्कूलों में नामांकित बच्चों को दोपहर भोजन देने के लिए संचालित मध्याह्न भोजन योजना के तहत सूखा खाद्यान्न दिया जा रहा है। कन्वर्जन कास्ट की धनराशि भी खाते में जा रही है। अब जिले में संचालित 1120 प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में नामांकित 1.71 लाख बच्चों के यूनिफार्म के लिए 10.26 करोड़ अभिभावकों के खाते में भेजी जाएगी। विभाग की ओर से इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इससे अब वह जहां अपने बच्चों को सही माप का यूनिफार्म सिला सकेंगे। तो यूनिफार्म के वितरण को लेकर उठने वाली तमाम शिकायतों पर भी विराम लगेगा। इसके लिए खाता संख्या आदि की फीडिग कराने का काम शुरू कर दिया गया है।

परिषदीय स्कूलों में नामांकित प्रत्येक बच्चों को 600 रुपये में दो-दो सेट निश्शुल्क यूनिफार्म वितरण की योजना संचालित हो रही है। स्थिति यह है कि प्रत्येक वर्ष जैसे ही संस्थाओं की ओर से वितरण शुरू किया जाता है, शिकायतें उठनी शुरू हो जाती हैं। कहीं गुणवत्ता तो कहीं सिलाकर देने के बजाय रेडीमेड यूनिफार्म बांट दिए जाने की शिकायत जोर पकड़े रहती थी। हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के चल रहे दौर में अब शासन स्तर से बच्चों को यूनिफार्म वितरण करने के बजाय उनके अभिभावकों के खाते में सीधे धनराशि भेजने का निर्देश जारी किया है।

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि अभी यूनिफार्म के लिए शासन स्तर से धन अवमुक्त नहीं किया गया है। अभिभावकों के खाते में धनराशि भेजने के मिले निर्देश के ²ष्टिगत सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक विद्यालयों में प्रेरणा पोर्टल पर बच्चों के माता-पिता और अभिभावक का बैंक खाता संख्या पूरी तरह त्रुटिरहित फीड कराने का निर्देश दिया गया है।

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