सेमराध में गंगा नहाने गए दो युवक डूबे, मौत

भदोही सीएचसी एल-1 आइसोलेशन वार्ड फुल हो गया है। अब पाजीटिव रिपोर्ट आने के बाद रोगियों को कारपेट सिटी स्थित मेगा मार्ट में बने अस्थाई आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। सोमवार को डीएम एसपी व सीएमओ ने मार्ट का निरीक्षण कर व्यवस्था चाक चौबंद रखने का आदेश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 07:49 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:05 AM (IST)
सेमराध में गंगा नहाने गए दो युवक डूबे, मौत
सेमराध में गंगा नहाने गए दो युवक डूबे, मौत

----------

जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : सावन के पहले सोमवार को बाबा का दर्शन करने गए सचिन तिवारी (20) और प्रियांशु तिवारी (21) गंगा में नहाते समय डूब गए। आनन-फानन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपीगंज ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार के लोग शव को घर लेकर चले गए। उधर दो युवकों को सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही ऊंज और सुरियावां पुलिस पहुंच गई। पुलिस और परिजनों के बीच शव को लेकर नोंकझोक भी हुई। काफी समझाने के बाद परिजनों ने शवों को पुलिस को सौंपा।

ऊंज थानाक्षेत्र के अइनछ गांव निवासी प्रेम कुमार तिवारी का पुत्र सचिन और सुरियावां थानाक्षेत्र के जियापुर गांव निवासी सुरेश तिवारी का पुत्र प्रियांशु सहित सात मित्रों की टोली एक साथ सेमराध में बाबा का दर्शन करने गई थी। दर्शन पूजन के पहले सचिन तिवारी, प्रियांश तिवारी के साथ अन्य साथी शुभम तिवारी, आकाश पांडेय, शिवम दुबे, शक्तिमान तिवारी, अंकित मिश्रा गंगा में स्नान करने लगे। इसी बीच प्रियांशु गहरे पानी में चले गए और डुबने लगे। उन्हें बचाने के लिए सचिन तिवारी आगे बढ़ा। देखते ही देखते दोनों डूबने लगे। शोरगुल सुनकर घाट पर स्नान करने वाले जब तक पहुंचते तब तक सचिन और प्रियांशु डूब चुके थे जबकि शक्तिमान और शिवम को बाहर सुरक्षित निकाला गया। घटना की जानकारी मिलते ही घाट पर परिजन भी पहुंच गए। घाट से लेकर गांव तक कोहराम मचा रहा।

साथी आकाश ने बचाया दो युवकों की जान

सावन मास के पहले ही दिन दो घरों में मानो वज्रपात हो गया। एक साथ घर से निकली मित्रों की टोली बाबा का दर्शन भी नहीं कर पाई। साथी सचिन और प्रियांशु को बचाने के लिए शक्तिमान और शिवम भी गहरे पानी की ओर बढ़े थे। वह एक- दो घूंट पानी पिये ही थे कि आकाश की नजर उन पर पड़ गई। हिम्मत जुटाकर आकाश किसी तरह दोनों को बाहर निकाला। सभी मित्र बाइक से दर्शन करने के लिए एकजुट होकर घर से निकले थे। उन्हें क्या पता कि उनके साथ हंसी- ठिठोली करने वाले मित्र सदा के लिए बिछड़ जाएंगे।

होनहारों की मौत से गांव में मातमी सन्नाटा

सुरेश तिवारी का पुत्र सचिन बीएससी फाइनल का छात्र था। वह दो भाइयों में दूसरे नंबर का था जबकि प्रियांशु तिवारी बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। यह भी दो भाइयों में दूसरे नंबर का था। दोनों होनहारों की मौत से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। किसी के घर चूल्हे नहीं जले। सरल स्वभाव और मिलनसार होने के कारण घर के साथ ही साथ पड़ोस के लोग भी युवकों के अलग-अलग नामों से पुकारते थे। सचिन की मां रेखा बेहोश हो गई।

chat bot
आपका साथी