समूहों को कर दिया दो करोड़ भुगतान, शौचालयों में लटका ताला

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही जीरो टालरेंस की बात क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 07:06 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 07:06 PM (IST)
समूहों को कर दिया दो करोड़ भुगतान, शौचालयों में लटका ताला
समूहों को कर दिया दो करोड़ भुगतान, शौचालयों में लटका ताला

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही जीरो टालरेंस की बात कर रहे हों लेकिन सरकारी विभागों में इसका कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। स्वच्छता मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रष्टाचार और धांधली इस कदर है कि संचालन के नाम पर महिला समूहों को दो करोड़ से अधिक भुगता कर दिया गया लेकिन सामुदायिक शौचालयों में ताला लटका हुआ है। चाबी किसके पास है इसकी भी जानकारी ग्रामीणों को नहीं है। शासन का सख्त निर्देश है कि किसी भी दशा में 31 जुलाई तक सामुदायिक शौचालय को पूर्ण कराना है।

-------------------------

कितना किया गया भुगतान

सामुदायिक शौचालयों के संचालन के नाम पर भी बड़ा खेल दिख रहा है। जिले के 561 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष 503 सामुदायिक शौचालय को हैंडओवर कर लिया गया है। इसके संचालन के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों के खाते में पारिश्रमिक व अन्य खर्च के नाम पर कहीं 27,000 तो कहीं 54,000 रुपये व इससे भी अधिक की धनराशि भेजी जा चुकी है।

------------------------

कागजों तक सिमटा डीएम का फरमान जिलाधिकारी आर्यका अखौरी का फरमान कागजों तक सिमट कर रह गया है। उन्होंने सत्यापन रिपोर्ट के साथ बैठक बुलाई थी। बैठक निरस्त होते ही अधिकारी फिर पुराने ढर्रे पर आ गए। अपूर्ण शौचालयों को पूर्ण दिखाकर जीओ टैग कर दिया गया। यही नहीं संचालन करने के नाम पर ग्राम पंचायतों में कारोड़ों का वारा-न्यारा भी कर दिया गया लेकिन शौचालयों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

----------------------

केस- एक--

गोपीपुर में डीएम के फरमान के बाद एक दिन ताला खुला था। ब‌र्स्ट हुए सोख्ता के आस-पास मिट्टी भर दिया गया। इसके पश्चात ताला जड़ दिया गया। चाबी किसके पास है गांव के लोग नहीं जानते हैं। बाहर तो रंग- रोगन कर दिया गया है लेकिन अंदर फर्श अभी तक नहीं बनाया गया है।

-------------------

केस- दो--

भिदिउरा में सामुदायिक शौचायल का ताला तो खोल दिया गया है लेकिन अंदर का ²श्य हकीकत की पोल खोल

दे रही है। पानी का कनेक्शन भी नहीं किया गया है। हैंडपंप से ही पानी लेना होता है। न तो पंप लगाया है और न ही वाटर टैंक की व्यवस्था किया गया है।

--------------------

कार्य पूर्ण हो रहे हैं। इसकी प्रतिदिन व्हाट्सएप ग्रुप पर फोटो मिल रहा है। हैंडओवर किए गए सामुदायिक शौचालयों को संचालित करने के लिए भुगतान किया गया है। जहां पर भी काम अपूर्ण है वहां पूर्ण कराया जा रहा है। इसके बाद भी कहीं पर लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। भानुप्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी।

chat bot
आपका साथी