2.20 करोड़ से ज्ञानपुर में बनेगा प्रशिक्षण केंद्र

कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए जनपद में अभी तक कोई निर्धारित स्थल नहीं था। जिससे जरूरत पर कलेक्ट्रेट या ब्लाक सभागारों में ही प्रशिक्षण कार्य संपादित किया जाता था। देर ही सही लेकिन ट्रेनिग सेंटर के निर्माण का रास्ता अब लगभग साफ हो चुका है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों की ओर से कवायद भी शुरु कर दी गई है। विकास भवन के पीछे प्रस्तावित केंद्र के निर्माण के लिए 2.20 करोड़ का बजट भी आवंटित हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 05:04 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 05:04 PM (IST)
2.20 करोड़ से ज्ञानपुर में बनेगा प्रशिक्षण केंद्र
2.20 करोड़ से ज्ञानपुर में बनेगा प्रशिक्षण केंद्र

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पंचायत और विकास समेत हर संवर्ग के पांच सौ से अधिक कर्मचारियों को दक्ष बनाया जाएगा। उन्हें उनके कार्य में ट्रेंड किया जाएगा। दूसरे मंडलीय जिलों की तरह ज्ञानपुर में भी जिला प्रशिक्षण अधिकारी कर्मचारियों को ट्रेंड करते हुए दिखाई पड़ेंगे। इसके लिये प्रदेश सरकार ने विकास भवन के पीछे सात बीघे जमीन में जिला प्रशिक्षण केंद्र बनाने की स्वीकृति दी है।

करीब 2.20 करोड़ रुपये स्वीकृत करते हुए जिला पंचायत को कार्यदायी एजेंसी नियुक्त कर दिया गया है। बजट आवंटित भी कर दिया गया है। निर्माण की कोशिशें भी तेज हो चुकी है। पांच पेड़ काटने के लिये वन विभाग को पत्र भी लिख दिया गया है। एजेंसी निर्माण के बाद पंचायत राज विभाग को हैंडओवर देगी, डीपीआरओ ही आगे का संचालन करेंगे। शासन द्वारा जारी निर्देशों अथवा पत्रों के आधार पर अधिकारी अपने कर्मचारियों से कार्य कराते हैं। इसलिये काम में बेहतरी नहीं झलक पाती। दूरदर्शी परिणाम अच्छे नहीं निकल पा रहे हैं। ग्राम पंचायतों के सचिव, जनप्रतिनिधियों और अन्य कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए अब यह प्रशिक्षण केंद्र सहयोगी बनेगा। बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य जनवरी 2020 से शुरू हो सकता है। पेड़ काटने के बाद कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। अभी तक प्रशिक्षण के लिए कर्मियों को मीरजापुर की दौड़ लगानी पड़ रही है। सेंटर चालू होने से भागदौड़ खत्म होगी और जिला प्रशिक्षण अधिकारी से संबंधित कार्य को लेकर सुझाव मांगा जा सकता है।

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वर्जन

जनप्रतिनिधियों व सेक्रेटरी के प्रशिक्षण के लिए केंद्र बनेगा। पंचायत राज विभाग ने प्रस्तावित निर्माण कार्य के लिए जिला पंचायत को जिम्मेदारी सौंपी है। निर्माण के बाद जिला डीपीआरओ को हैंडओवर किया जाएगा। निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। सुभाष चंद्र भारतीय, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत

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