आसान नहीं खमरिया-लालानगर मार्ग पर सफर
मिनी कालीन नगरी के नाम से विख्यात नगर पंचायत खमरिया से रा
जागरण संवाददाता, खमरिया (भदोही) : मिनी कालीन नगरी के नाम से विख्यात नगर पंचायत खमरिया से राजमार्ग पर स्थित लालानगर टोल प्लाजा तक जाने वाले सड़क पर सफर करना आसान नहीं रह गया है। पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो चुकी करीब तीन किलोमीटर लंबी सड़क पर आवागमन मुश्किल हो रहा है। लोगों को रास्ता बदलकर पांच किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाकर राजमार्ग पर पहुंचना पड़ रहा है।
खमरिया से लालानगर टोल प्लाजा तक जाने वाले मार्ग की दशा पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है। जगह-जगह तमाम छोटे-बड़े गड्ढे हो चुके हैं तो कहीं-कहीं तो अस्तित्व ही पूरी तरह से गायब है। इसके बाद भी मरम्मत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जबकि इस मार्ग से नटवा व अहिमनपुर सहित कई अन्य गांव भी जुड़ते हैं। परेशानी से बचने के लिए लोगों को माधोसिंह होते हुए करीब पांच किमी से अधिक का अतिरिक्त चक्कर लगाकर लालानगर पहुंचना पड़ता है। इससे वाहन सवारों को ईंधन की ज्यादा खपत करनी पड़ती है तो समय भी खराब होता है। साइकिल व बाइक सवार तो आए दिन असंतुलित होकर गिरते व घायल भी होते रहते हैं। क्या बोले लोग
- हमारा घर सड़क के किनारे ही है। आए दिन देखने को मिलता है कि दो पहिया वाहन सवार गिरकर घायल हो रहे हैं। करीब दो वर्ष से सड़क की दशा खराब है लेकिन मरम्मत की ओर किसी स्तर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सड़क मरम्मत की जरूरत है।
-अकील खान - पहले तो इस सड़क पर गाड़ियों की कतार लगी रहती थी। अब सड़क इतना खस्ताहाल हो चुका है कि लोग इस पर चलना नहीं चाहते। कारण है कि कब गाड़ी खराब हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
- मोहनलाल पासी
- सरकार प्रत्येक सड़क को गड्ढामुक्त करने का दावा कर रही है, जबकि खमरिया-लालानगर मार्ग की बदहाल दशा शासन के इस दावे पर सवाल खड़ा कर रहा है। सबसे अहम यह है कि जनप्रतिनिधि भी सड़क की दशा को सुधारने की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
- सुल्तान - सड़क पर चलना मुश्किल हो चुका है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों को तो इस सड़क से लेकर चलना उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करने के समान है। सड़क की बदहाल दशा पर किसी की नजर नहीं पड़ रही है। सड़क की मरम्मत कराए जाने की जरूरत है।
-- चंदा बेगम