ड्राइविग लाइसेंस बनाने में धांधली पर परिवहन विभाग का लिपिक निलंबित

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) अपर आयुक्त (परिवहन) मुकेश चंद्रा ने ड्राइविग लाइसेंस बनाने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:28 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:28 PM (IST)
ड्राइविग लाइसेंस बनाने में धांधली पर परिवहन विभाग का लिपिक निलंबित
ड्राइविग लाइसेंस बनाने में धांधली पर परिवहन विभाग का लिपिक निलंबित

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): अपर आयुक्त (परिवहन) मुकेश चंद्रा ने ड्राइविग लाइसेंस बनाने में धांधली मिलने पर लिपिक शहनवाज खान को निलंबित कर दिया है। साथ ही वेंडर के माध्यम से विभाग में काम कर रहे कथित दलाल के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इस कार्रवाई से विभागीय कर्मियों में हड़कंप मच गया है।

संभागीय परिवहन अधिकारी मीरजापुर संजय तिवारी गुपचुप तरीके से सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के दफ्तर में पहुंच गए थे। एक घंटे तक कार्यालय में रहकर दलालों और लिपिकों के कारनामे की हकीकत देखी थी। निरीक्षण की जानकारी होते ही अधिकारियों की नींद उड़ गई थी। आरटीओ के सख्त हिदायत के बाद लिपिक शहनवाज खान और रमेश शुक्ला का पटल बदल दिया गया था। यही नहीं लर्निंग लाइसेंस के पटल पर भीड़ भी कम हो गई है। उन्होंने निरीक्षण की पूरी रिपोर्ट अपर आयुक्त को भेजी थी। अपर आयुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लाइसेंस में धांधली करने के आरोप में लिपिक शहनवाज खान को निलंबित कर दिया गया है। संभागीय परिवहन अधिकारी संजय तिवारी ने बताया कि अपर आयुक्त ने लिपिक को निलंबित कर दिया है। साथ ही वेंडर के रूप में विभाग में घुसे एक दलाल को हटाने की संस्तुति की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी कार्यालय के कर्मियों पर गाज गिर सकती है। साथ ही अधिकारियों से भी इस संबंध में जवाब मांगा गया है।

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अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर होती थी वसूली

संभागीय परिवहन अधिकारी की जांच में पाया गया कि लर्निंग लाइसेंस में अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर वसूली की जाती थी। एक अभ्यर्थी से एक हजार से 1500 रुपये तक की वसूली होती थी। प्रत्येक दिन एक भी अभ्यर्थी फेल नहीं होते थे। सभी अभ्यर्थियों को इमला बोलकर पास करा दिया जाता था। जांच में एक वेंडर का भी नाम सामने आया है जो अभ्यर्थियों के सवालों का हल कराता था।

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