भदोही सहित तीन जनपदों को मिला 40 टन आक्सीजन

पूर्वांचल के जिलों में आक्सीजन की कमी से अब एक भी संक्रमितों की मौत नहीं होगी। शासन की ओर से भदोही सहित तीन जनपदों को 40 टन आक्सीजन आवंटित कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 04:25 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 04:25 PM (IST)
भदोही सहित तीन जनपदों को मिला 40 टन आक्सीजन
भदोही सहित तीन जनपदों को मिला 40 टन आक्सीजन

जागरण संवाददाता, घोसिया (भदोही): पूर्वांचल के जिलों में आक्सीजन की कमी से अब एक भी संक्रमितों की मौत नहीं होगी। शासन की ओर से भदोही सहित तीन जनपदों को 40 टन आक्सीजन आवंटित कर दिया गया है। शुक्रवार को दिल्ली से दो कंटेनर आक्सीजन लेकर ट्रेन माधोसिंह रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यहां से ट्रक टेलर से मीरजापुर, वाराणसी और आजमगढ़ रिफलिग प्लांट पर भेजा गया है। मंडलायुक्त योगेश्ररराम मिश्र और रेल विभाग के उच्चाधिकारी मुस्तैद रहे।

वैश्विक महामारी में आक्सीजन की किल्लत से संक्रमितों की जान जा चुकी है। आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत भी गंभीर है। शासन ने प्रत्येक जिले को आक्सीजन आवंटित किया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी केएन त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी के लिए 24 टन, भदोही के लिए 10 टन तथा आजमगढ़ के लिए 10 टन आक्सीजन आवंटित किया गया है। ट्रेन से दो कंटेनर में आक्सीजन लेकर माधोसिंह स्टेशन पर आई है। भदोही में रिफलिग प्लांट न होने के कारण मीरजापुर स्थित काव्या रिफलिग प्लांट में 10 टन आक्सीजन भेज दिया गया है। यहां पर रिफलिग होने के बाद आक्सीजन सिलेंडर कोविड अस्पतालों में भेजा जाएगा। इसके अलावा आजमगढ़ और वाराणसी के लिए ट्रक टेलर से आक्सीजन भेजा गया है। बताया कि अब जिले में आक्सीजन की कमी नहीं हो पाएगी। जानकारी होते ही मंडलायुक्त भी माधोसिंह घोसिया स्टेशन पर पहुंच गए। अधिकारियों की मुस्तैदी के बीच आक्सीजन उतारा गया।

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आक्सीजन प्लांट की योजना भी खटाई में

जिले में आक्सीजन रिफलिग प्लांट की योजना भी खटाई में पड़ती दिख रही है। सांसद रमेशचंद बिद और औराई विधायक दीनानाथ भाष्कर ने निधि से प्लांट लगाने के लिए बजट दिया था। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने इसके लिए कई संस्थाओं से बात भी किया था लेकिन यह योजना फेल होती दिख रही है। जिले में तमाम उद्योग पति होते हुए भी प्लांट के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। सरकार की ओर से पूरी सहूलियत देने की योजना है। माननीय लोग भी प्लांट को लेकर कोई रूचि नहीं दिख रहा है। आक्सीजन सिलेंडर के लिए विभागीय कर्मियों को मीरजापुर, वाराणसी और प्रयागराज चक्का काटना पड़ रहा है।

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