इस सत्र भी संचालित नहीं हो सकेगा कृषि संकाय

कृषि विषय से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण किए छात्र-

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 05:09 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 05:09 PM (IST)
इस सत्र भी संचालित नहीं हो सकेगा कृषि संकाय
इस सत्र भी संचालित नहीं हो सकेगा कृषि संकाय

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कृषि विषय से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण किए छात्र-छात्राओं को जिले में कृषि से स्नातक करने की उम्मीदों को झटका लगेगा। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में बनकर तैयार कृषि संकाय का संचालन इस सत्र में भी नहीं हो सकेगा। कारण है कि छह करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हो चुके कृषि संकाय को अभी तक पद सृजन व शिक्षकों की तैनाती का इंतजार ही हो रहा है, जबकि महाविद्यालय प्रशासन की ओर से भवन को हैंडओवर भी कर लिया गया है। सबद्धता के लिए विश्वविद्यालय को पत्र भी भेजा जा चुका है।

काशीनरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रत्येक विषयों की पढ़ाई कराई जाती है लेकिन कृषि और पशु चिकित्सा विभाग न होने से छात्रों को इधर- उधर भटकना पड़ता था। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने छात्रों की समस्या को देखते हुए कृषि विज्ञान विभाग को संचालित कराने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा था। कृषि विज्ञान विभाग संचालित करने के लिए काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर के हास्टल परिसर में भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटित कर दिया था। यहां पर छह करोड़ से अधिक बजट खर्च कर भवन का निर्माण करा दिया गया है लेकिन संकाय का संचालन नहीं हो सका है। प्राचार्य डा. पी.एन डोंगरे ने बताया कि कृषि विज्ञान विभाग का संचालन के लिए विश्वविद्यालय को पत्र भेजा गया है। भवन को बहुत दिन पहले ही हैंडओवर कर लिया गया है। शिक्षकों के पद सृजन का प्रस्ताव भी भेज दिया गया है। 75 प्राध्यापक व शिक्षकों की है जरूरत

- कृषि संकाय में पढ़ाए जाने वाले 12 विषयों के लिए तैयार प्रस्ताव को देखा जाय तो कृषि संकाय में संचालित होने वाले विषयवार 13 विभागों के लिए 35 असिस्टेंट प्रोफेसर, 13 लैब असिस्टेंट, 15 लैब सहायक तो 13 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की जरूरत है।

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