रिसोर्स सेंटर में नहीं लगे दरवाजे व खिड़की, करा दिया लोकार्पण

वाहवाही लूटने का प्रयास कहें या फिर कुछ और रविवा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:40 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:40 PM (IST)
रिसोर्स सेंटर में नहीं लगे दरवाजे व खिड़की, करा दिया लोकार्पण
रिसोर्स सेंटर में नहीं लगे दरवाजे व खिड़की, करा दिया लोकार्पण

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : वाहवाही लूटने का प्रयास कहें या फिर कुछ और, रविवार को जिले में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों 124.57 करोड़ रुपये की लागत से बनी 37 छोटी-बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण करा दिया गया, जबकि आज भी इसमें से तमाम परियोजनाएं अधूरी हैं। अब सवाल खड़ा हो चुका है कि कब पूरा होगा इनका निर्माण कार्य। सबसे बदहाल स्थिति तो स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में बने सामुदायिक शौचालयों की है। पहले बगैर काम कराए ही संचालन के नाम पर महिला समूहों के खाते में मनमानी तौर से 27 से लेकर 54 हजार रुपये तक की धनराशि भेज दी गई तो अब सभी का लोकार्पण भी करा दिया गया है। जबकि कहीं निर्माण अधूरा है तो कहीं बनने के बाद से ही ताले लटक रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि जहां भी जो कमियां हैं उन्हें ठीक करा दिया जाएगा। केस 1 : पंचायत राज विभाग की ओर से विकास भवन परिसर में 2.08 करोड़ रुपये की लागत से जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। निर्माण पूरा करने की अवधि जून 2021 तय की गई थी, जबकि स्थिति यह है कि निर्धारित अवधि के चार माह बाद रिसोर्स सेंटर में फर्श पर टाइल्स लगाने का काम नहीं हो सका है तो खिड़की दरवाजे भी नहीं लग सके हैं। बिजली की वायरिग नहीं हुई है तो अन्य कार्य भी अधूरे हैं। रिसोर्स सेंटर का लोकार्पण कराया जा चुका है। केस 2 : जिले के सभी 546 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण शासन की प्राथमिकता में शामिल है। इसे देखते हुए विभागीय आंकड़ों में सभी गांवों में शौचालय निर्माण का कार्य पूरा दिखाते हुए लोकार्पण कराया जा चुका है। मौजूदा स्थिति यह कि अभी सौ से अधिक गांवों में कार्य अधूरा है। जहां बने भी हैं तो वहां अधिकतर का संचालन नहीं शुरू हो सका है। ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।

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