चारे को तड़प रहे बेजुबान, अफसर बने अनजान

जागरण संवाददाता औराई (भदोही) शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोवंश आश्रय स्थलों की दशा बदह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:21 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:21 PM (IST)
चारे को तड़प रहे बेजुबान, अफसर बने अनजान
चारे को तड़प रहे बेजुबान, अफसर बने अनजान

जागरण संवाददाता, औराई (भदोही) : शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोवंश आश्रय स्थलों की दशा बदहाल है। बारिश के साथ एक ओर जहां कीचड़ पानी से दिक्कत बढ़ चुकी है तो औराई ब्लाक क्षेत्र के चीनी मिल परिसर में संचालित गो-आश्रय स्थल में चारे को लेकर बेजुबान तड़प रहे हैं।

तीन दिन से खिलाने के लिए भूसा उपलब्ध नहीं है तो अफसर अनजान बने हुए हैं। बकाए का भुगतान न होने की बात कहकर सप्लायर ने भूसा देने से इनकार कर दिया है। स्थिति यह है कि जल्द ही चारे की व्यवस्था नहीं की गई तो मवेशियों के मरने से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि गोवंश आश्रय पर मौजूद पशुओं के लिए तीन दिन से भूसा और चारा खिलाने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। भूसा सप्लायर ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अब तक के दिए गए भूसे के लिए 23 लाख रुपये का भुगतान करने की मांग करते हुए भूसा देने से मना कर दिया है। आश्रय स्थल की जिम्मेदारी संभाल रहे ग्राम देवी इंटरप्राइजेज के अमरेश त्रिपाठी ने डीएम को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि अप्रैल में 16 लाख रुपये बकाए की मांग की गई है लेकिन आज तक भुगतान नहीं हो सका है।

वैसे इस संबंध में खंड विकास अधिकारी औराई श्यामजी का कहना रहा कि 16 लाख का चेक बनाकर नोडल अधिकारी पशु चिकित्साधिकारी औराई को प्रेषित किया गया है। उनके ओर से हस्ताक्षर नहीं किया गया है। इसके चलते भुगतान नहीं हो रहा है। पशु चिकित्साधिकारी डा. डीएन श्रीवास्तव का कहना रहा कि शासन की ओर से फरवरी तक का भुगतान करने के लिए निर्देशित किया गया है। बीडीओ स्तर से फरवरी तक के भुगतान का चेक बनकर आता है तो वह हस्ताक्षर कर भुगतान सुनिश्चित कर सकते हैं। हालांकि जो भी हो लेकिन विभागीय दांव पेंच में बेजुबानों की जिदगी दांव पर लगी दिख रही है।

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